Chhath Puja 2021 : महापर्व दीपावली के बाद सूर्य और छठी मैया की उपासना का पर्व छठ 6 दिन बाद से शुरू हो जाता है। ये व्रत संतान प्राप्ति और संतान की मंगलकामना के के लिए रखा जाता है। छठ की तैयारियां बहुत पहले से ही शुरू हो जाती है। जिन लोगों के घरों में छठ मनाया जाता है वे छठ पूजा की सामग्री के बार में अभी से तैयारियां शुरू कर चुके हैं। दरअसल इस पूजा में सामग्रियों को पहले से जुटाना बहुत जरूरी होता है।
क्योंकि अगर एक भी चीज छूट गई तो व्रत के दौरान समस्या आ सकती है और कठोर उपवास का फल नहीं मिल पाता। ऐसे में अगर आप इस बार पहली बार छठ पूजा करने जा रहे हैं तो छठ पूजा में भी विशेष सामग्री की पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। पूजा की विशेष सामग्री के लिए पहले से लिस्ट तैयार करना जरूरी होता है। कुछ जरूरी चीजें आप जितनी जल्दी खरीद दें उतना बेहतर होता है।
व्रती के लिए वस्त्र आदि पहले से ले लें तो बाद में सामग्री जुटाने में समस्या नहीं आती। अगर आप पहली बार या अकेले व्रत करने वाले हैं और सामग्रियों को जुटाने को लेकर परेशान हैं तो यहां हम आपको छठ पर्व की सामग्रियों की लिस्ट बनाने में आपकी मदद करेंगे। तो आइए जानते हैं कि छठ पूजा में किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है और किन चीजों को पहले से व्यवस्थित कर लेना बेहतर होता है।
-दूध और गंगा जल रखने के लिए एक सेट ग्लास, लोटा और थाली।
-नारियल जिसमें पानी होना जरूरी है।
-पत्ते लगे 5 गन्ने।
-चावल।
-एक दर्जन मिट्टी के दीपक।
-धूपबत्ती, कुमकुम, बत्ती।
-पारंपरिक सिंदूर।
-चौकी।
-केले के पत्ते।
-केला, सेव, सिंघाड़ा, हल्दी, मूली और अदरक का पौधा।
-शकरकंदी और सुथनी।
-पान और सुपारी।
-शहद।
-मिठाई।
-गुड़, गेहूं और चावल का आटा।
-गंगा जल और दूध।
छठ के प्रसाद में लेंगुड़ और गेहूं के आटे से बना ठेकुआ प्रमुख प्रसाद होता है। इसके बिना छठ पूजा अधूरी मानी जाती है। इसके अलावा चावल के आटे से बना लड्डू जिसे स्थानीय भाषा में कसार कहते हैं इसे बनाने की तैयारियां भी शुरू कर देनी चाहिए। बता दें कि छठ के एक दिन पहले से प्रसाद बनाने का काम शुरू होता है दूसरे दिन बांस की टोकरी में पूजा का सामान रखकर पुरुष उसे अपने सिर पर लेकर घाट तक पहुंचाते हैं।
यहां व्रती सूरज को अर्घ्य देने के लिए पानी में सूरज की ओर मुंह कर प्रणाम करती हैं और उनके अस्त होने और उदय होने का इंतजार करती हैं। इसक बाद सूरज को दूध से अर्घ्य देने की परिपाटी है। अर्घ्य परिवार के अन्य सदस्य भी दे सकते हैं। पूरी पूजा के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि कोई भी सामग्री जूठी न हो और शुद्ध रहे।
(Chhath Puja 2021)
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