India News (इंडिया न्यूज), A Muslim Teacher Taught Kalma To Students : पानीपत के वार्ड-9 में भीम गोंडा मंदिर चानना स्वीट्स के पास एक निजी स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर में एक टीचर द्वारा बच्चों को कलमा पढ़ाने का मामला सामने आया है।
जांच में सामने आया है कि जिस कक्षा को टीचर पढ़ाती है उसमें कुल 30 बच्चे पढ़ते है और मात्र 5 बच्चे मुस्लिम समाज के थे। अभिभावकों का आरोप है कि मुस्लिम टीचर क्लास में बड़ी चतुराई से सभी बच्चों को कलमा सीखा रही थी। कुछ समझदार हिंदू बच्चों ने इस बात की शिकायत माता-पिता से की, जिससे यह घटना खुलकर सामने आई। A Muslim Teacher Taught Kalma To Students
A Muslim Teacher Taught Kalma To Students
जागृति हिंदू समाज के लोग इकट्ठा होकर आज स्कूल के निदेशक और प्रिंसिपल से भी मिले और उस महिला मुस्लिम अध्यापक से भी बात की मुस्लिम टीचर ने बड़ी चतुराई से अपना बचाव करने का प्रयास किया और कहा कि बच्चों ने ही उससे पूछा था कि जैसे हिंदू पूजा करते हैं तो आरती गाते है, हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, वैसे ही मुस्लिम क्या करते है?
इस पर उन्होंने बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए कलमे की एक लाइन बता दी। किंतु हिंदू समाज के संतों के प्रश्नों के उत्तर देने में वो सफल नहीं हो पाई। अंत में उस महिला अध्यापिका ने इमोशनल कार्ड खेला और कहने लगी हम मुस्लिम है। इस देश में हमारी कोई इज्जत नहीं है।
इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को दे दी गयी है। वहीं बच्चों के माता-पिता की शिकायत पर महिला टीचर को तुरंत स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया है। मामला बिगड़ने की आशंका पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी, लेकिन मामले में समझौता करवा दिया गया है।
उक्त टीचर का असली नाम महजीब अंसारी है। प्रिंसिपल से पूछा गया कि टीचर का नाम बदलकर स्कूल में माही क्यों पुकारा जाता है? इस पर प्रिंसिपल ने कहा कि उनका नाम बड़ा है और कंफ्यूजन करने वाला है, इसलिए उन्हें उनके निकनेम माही से पुकारा जाता है। स्कूल के रजिस्टर में उनका असली नाम ही दर्ज है।
जानकारी मुताबिक सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल 2002 से चल रहा है। इसमें 2 दिन पहले मॉर्निंग असेंबली के बाद स्कूल लगा था। इसी में कक्षा 8वीं में संस्कृत की टीचर महजीब अंसारी उर्फ माही ने लेक्चर लिया। इस लेक्चर के दौरान टीचर ने बच्चों को कलमा पढ़ाया।
स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर पहुंचे और वहां पहुंच कर उन्होंने कलमा गुनगुनाया। इसे परिजनों ने सुन लिया। तब बच्चों से जानकारी ली गई, तो उन्हें पता चला कि स्कूल में मैडम ने सिखाया है। प्रिंसिपल इंदु ने बताया है कि टीचर एक साल से स्कूल में पढ़ा रही थी। वह संस्कृत की टीचर थी। टीचर भी अपनी इस हरकत पर शर्मिंदा थी और उसने माफी मांगी है। A Muslim Teacher Taught Kalma To Students