India News (इंडिया न्यूज़), Haryana BJP District President : हरियाणा में भाजपा (BJP) द्वारा आज नए जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है। जी हां, 22 जिलों वाले प्रदेश में भाजपा ने 27 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की है। इस सूची में कई नए चेहरों को जगह दी गई है, जबकि कुछ पुराने नेताओं को भी दोबारा जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Haryana BJP District President : फरीदाबाद से पंकज पूजन रामपाल बने जिलाध्यक्ष
आपको बता दें कि भाजपा द्वारा घोषित सूची के अनुसार फरीदाबाद से पंकज पूजन रामपाल, अंबाला से मनदीप राणा, बल्लभगढ़ से सोहन पाल सिंह, पंचकूला से अजय मित्तल, गुरुग्राम से सर्वप्रिय त्यागी और हिसार से आशा खेदड़ को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
अन्य जिलाध्यक्षों के नाम भी जानें
- यमुनानगर: राजेश सपरा।
- कुरुक्षेत्र: जतिंदर गोल्डी।
- कैथल: ज्योति सैनी।
- करनाल: प्रवीन लाठर।
- पानीपत: दुष्यंत भट्ट।
- गोहाना: विजेंद्र मलिक।
- फतेहाबाद: प्रवीन जोड़ा।
- दादरी: इंजीनियर सुनील।
- सोनीपत: अशोक भारद्वाज।
- डबवाली: रेणू शर्मा।
- जींद: तेजेंद्र ढुल्ल।
- रोहतक: रणवीर ढाका।
- झज्जर: विकास वाल्मीकि।
- पटौदी: अजीत यादव।
- सिरसा: यतिंद्र सिंह।
- हांसी: अशोक सैनी।
- भिवानी: वीरेंद्र कौशिक।
- रेवाड़ी: वंदना पोपली।
- महेंद्रगढ़: यतींद्र राव।
- नूंह: सुरेंद्र सिंह पिंटू।
- पलवल: विपिन बैंसला।
900 से अधिक नेताओं ने किया था आवेदन
पार्टी सूत्रों की मानें तो हर जिले में भाजपा अध्यक्ष पद के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसमें करीब 900 नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की थी। हर जिले से 4 से 5 नामों का पैनल बनाकर हाईकमान को भेजा गया था, जिसके बाद अंतिम सूची जारी की गई।
आज होगा अभिनंदन समारोह
भाजपा ने हर जिले में नए जिलाध्यक्षों के स्वागत के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित करने का फैसला किया है। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं को नए जिलाध्यक्षों से मिलवाया जाएगा और उन्हें पार्टी संगठन की जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।
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आखिर क्या रही बदलाव की वजह
भाजपा ने आधे से ज्यादा जिलाध्यक्षों को बदलने का फैसला लिया है। खासतौर पर सिरसा, फतेहाबाद, मेवात, कैथल और रोहतक में भाजपा को पिछले विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था, इसलिए इन जिलों में संगठन को मजबूत करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
भाजपा हाईकमान ने यह भी तय किया है कि जिन जिलाध्यक्षों की उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है या जो 3 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें बदला जाएगा। इस बदलाव को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
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