India News (इंडिया न्यूज), Faridabad Municipality Negligence : नगरपालिका की लापरवाही एक बार फिर मौत का सबब बनी। फरीदाबाद के आदर्श नगर में 31 जुलाई 2024 को 22 वर्षीय प्रिंस की एक खुले नाले में गिरने से मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे पर हरियाणा मानवाधिकार आयोग (HHRC) ने सख्त संज्ञान लिया है।

नगर निगम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। स्थानीय निवासियों ने नाले की खराब स्थिति को लेकर कई बार शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। आयोग ने इसे “घोर लापरवाही” और मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया है, विशेषकर संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत प्रदत्त जीवन के अधिकार का। Faridabad Municipality Negligence

करनाल के घरौंडा में लगा सब्जी मेला, कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने किया शुभारंभ, जानें कितने दिन चलेगा किसान मेला

हरियाणा विधानसभा में अनिल विज और भूपेंद्र हुड्डा के बीच तीखी बहस, फिर स्पीकर ने…

Faridabad Municipality Negligence : आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ललित बत्रा ने इस मामले में कड़े निर्देश जारी किए

  • जांच एवं जवाबदेही : एक स्वतंत्र उच्च स्तरीय समिति दुर्घटना की परिस्थितियों की जांच करेगी और दोषी अधिकारियों की पहचान कर उन्हें जवाबदेह ठहराएगी।
  • परिवार को मुआवजा : मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा।

नालों की जांच और सुधार

  • 1. क्षेत्र के सभी खुले नालों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
  • 2. सभी नालों को तुरंत ढकने और आसपास चेतावनी बोर्ड, बैरिकेड्स व रोशनी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

Faridabad Municipality Negligence : वे अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट आयोग को सौंपें

हरियाणा मानवाधिकार आयोग के प्रोटोकॉल, सूचना और जनसंपर्क अधिकारी डॉ. पुनीत अरोड़ा ने जानकारी दी कि इस मामले में फरीदाबाद नगर निगम आयुक्त से 5 मई 2025 तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही, पूरे हरियाणा राज्य की सभी नगर निगमों, समितियों और परिषदों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की रिपोर्ट आयोग को सौंपें।

कार्यकाल पूरा, फिर भी हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष पद पर बनी हुई, लगातार उठ रहे सवाल

जींद जेजेपी पार्टी कार्यालय पहुँचे पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, कार्यकर्ताओं ने लगाए ‘भावी मुख्यमंत्री’ के नारे, दुष्यंत ने भाजपा और कांग्रेस पर कसे तंज

नागरिकों की सुरक्षा भी उतनी ही प्राथमिक होनी चाहिए

आयोग ने कहा कि ऐसे हादसे “टाली जा सकने वाली त्रासदियां” हैं और यह शहरी प्रशासन की विफलता को दर्शाता है। समय पर सुधार और जवाबदेही बेहद जरूरी है। तेजी से बढ़ते शहरों में नागरिकों की सुरक्षा भी उतनी ही प्राथमिक होनी चाहिए नहीं तो हर खुला नाला एक जानलेवा जाल बन सकता है। Faridabad Municipality Negligence

हरियाणा के जंगलों में हो रहा था ऐसा कांड, जैसे ही पुलिस ने मारा छापा, चौपट हो गया सारा प्लान, खबर जानकर उड़ जाएंगे आपके भी होश

यमुनानगर के मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया में मचा हड़कंप, खून से सना मिला युवक का शव