India News (इंडिया न्यूज), Neelkanth Potato : फरीदाबाद के गांव डीग के किसान अब पारंपरिक सफेद आलू की बजाय नीलकंठ (नीला) आलू की खेती कर रहे हैं, जोकि सेहत के लिए काफी फायदेमंद है और बाजार में भी ज्यादा कीमत पर बिकता है। यह आलू न केवल शुगर फ्री है, बल्कि इसका स्वाद भी बेहतरीन होता है।
Neelkanth Potato : जानिए इतने एकड़ में हो रही है खेती
गांव की किसान सुनीता ने बताया कि उन्होंने 10 एकड़ जमीन पर नीलकंठ आलू की खेती शुरू की। इस फसल का बीज करनाल से लाए थे और पिछले तीन साल से वे इसे ही उगा रही हैं। खेती की प्रक्रिया सामान्य आलू जैसी ही होती है, लेकिन बीज थोड़ा सा अलग तरह का होता है। 1 किले (5 बीघा) में खेती की लागत लगभग 80,000 रुपए आती है। प्रति किले 30 कट्टे बीज की जरूरत होती है। बाजार भाव के अनुसार 30,000 से 50,000 रुपये प्रति किले का मुनाफा हो जाता है।
सफेद आलू से महंगा बिकता है नीलकंठ आलू
आपको एक बार फिर से जानकारी दे दें कि सामान्य सफेद आलू 500 रुपये प्रति कट्टा में बिकता है, जबकि यह नीलकंठ आलू 650 रुपये प्रति कट्टा तक बिकता है। यदि इसकी कीमत 800 रुपये प्रति कट्टा तक पहुंच जाए तो किसानों को और अधिक लाभ होगा।
किसानों के लिए नई संभावनाएं
सुनीता और उनके परिवार का मानना है कि वे फरीदाबाद में नीलकंठ आलू उगाने वाले पहले किसान हैं। यह फसल अब अन्य किसानों को भी आकर्षित कर रही है, क्योंकि यह सेहत के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ बेहतर कीमत पर भी बिक रही है। यह पहल किसानों के लिए एक नए अवसर का संकेत है और आने वाले समय में नीलकंठ आलू की मांग और भी बढ़ सकती है।