India News (इंडिया न्यूज), Subedar Baldev Singh Martyred : हरियाणा के सिरसा के गांव झोंपड़ा के सूबेदार पद पर तैनात बलदेव सिंह सियाचीन ग्लेशियर में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि बलदेव पिछले करीब एक साल से लद्दाख में तैनात थे और इससे पहले बलदेव सिंह जम्मू एंड कश्मीर राइफल्स में थे। वहीं बलदेव पिछले वर्ष प्रमोशन मिलने के बाद सियाचीन में ड्यूटी पर पहुंचे थे। दो दिन पहले ड्यूटी बलदेव ने अंतिम सांस ली। आज सुबह उनकी पार्थिव देह को लद्दाख से वायुमार्ग से दिल्ली लाया गया। Subedar Baldev Singh Martyred
Subedar Baldev Singh Martyred
यहां से सड़क मार्ग के रास्ते शाम को शहीद बलदेव की पार्थिव देह सिरसा में मीरपुर स्थित अपने आवास पर पहुंची। बलदेव सिंह अमर रहे, भारत माता की जय के जयकारों से आसमां गुंजायमान हो गया। उपस्थित लोगों व परिजनों ने शहीद बलदेव के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद गांव की शिवपुरी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद बलदेव की शवयात्रा में भारतीय सेना के अधिकारी व सैनिक मुख्य रूप से उपस्थित रहे। सिरसा प्रशासन की ओर से एसडीएम राजेन्द्र कुमार, तहसीलदार भुवनेश ने पुष्प गुच्छ अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। Subedar Baldev Singh Martyred
गौरतलब है कि सूबेदार बलदेव सिंह के पिता बलवंत सिंह का पहले ही निधन हो चुका है। अब उनके परिवार में उनकी माता रचना कौर, बड़ा भाई हरदेव सिंह, शहीद की पत्नी गुरविन्द्र कौर, एक बेटा उपराज सिंह व बेटी मनरीत कौर हैं। परिवार में बलदेव सिंह के चाचा-ताऊ के बच्चे भी देशसेवा के लिए भारतीय सेना में अलग-अलग पदों पर तैनात हैं। Subedar Baldev Singh Martyred
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शहीद बलदेव सिंह के परिजनों ने बताया कि बलदेव पिछले करीब 22 साल से भारतीय सेना में था और पिछले साल नवंबर में वह घर आया था। बलदेव मिलनसार और हंसमुख स्वाभाव का था। पिछले साल ही उसे प्रमोशन मिली थी, जिसके बाद से वह सियाचीन में तैनात था। दो दिन पहले ड्यूटी पर तैनाती के दौरान तापमान -35 डिग्री होने के कारण बलदेव की तबीयत बिगड़ गई और आक्सीजन की कमी के कारण बलदेव को सांस लेने में दिक्कत आने लगी। उपचार दिया जा रहा था, लेकिन अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। Subedar Baldev Singh Martyred