India News (इंडिया न्यूज), Illegal Sex Determination Racket : हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग पलवल की टीम ने गोपनीय शिकायत के आधार पर टप्पल-अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) के प्राइवेट हॉस्पिटल में छापा मारकर अवैध लिंग जांच गिरोह के धंधे का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है। टीम ने मौके पर भ्रूण लिंग की जांच करते तकनीशियन सहित पांच आरोपियों को काबू कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि केंद्र का संचालक वहां से टीम को देख भाग गया।
बता दें कि जिला नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर जय भगवान जाटान के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीएनडीटी रेड के लिए एक टीम का गुप्त रूप से गठन किया गया। पीएनडीटी रेड टीम में डिप्टी सिविल सर्जन पीएनडीटी डॉ. प्रवीण, नोडल ऑफिसर पीएनडीटी डॉ. नवीन शर्मा, डॉ. प्रियंका शर्मा व कोमल शामिल रहे। Illegal Sex Determination Racket
- आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए एमटीपी में इस्तेमाल होने वाले इंस्ट्रूमेंट व दवाइयों व अल्ट्रासाउंड मशीन को किया गया सील
- स्वास्थ्य विभाग को पिछले कई दिनों से मिल रही थी लिंग जांच से संबंधित सूचनाएं
Illegal Sex Determination Racket : 35 हजार रुपए में सौदा तय
उल्लेखनीय है कि जिला स्वास्थ्य विभाग को पिछले काफी दिनों से लगातार गुप्त सूचनाएं मिल रही थी कि सुशील कुमार निवासी वार्ड नंबर. 23, सैनी नगर रसूलपुर रोड जिला पलवल से गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भ में पल रहे बच्चे की लिंग जांच कराने के लिए यूपी लेकर जाता है और वीएस हॉस्पिटल ले जाकर गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच करवाता है।
इस सूचना को पुख्ता मानते हुए रेड के लिए एक नकली ग्राहक तैयार की गई, जो करीब 4 महीने से गर्भवती थी। पीएनडीटी छापेमारी टीम ने नकली ग्राहक की दलाल सुशील कुमार से फोन पर बात करवाई, जिस पर सुशील कुमार ने 35 हजार रुपए में सौदा तय करके नकली ग्राहक को 35 हजार रुपए के साथ बस स्टैंड पलवल पर आकर मिलने के लिए कहा। Illegal Sex Determination Racket
नकली ग्राहक को बताया कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा ‘लड़का है’
पीएनडीटी छापेमारी टीम पलवल जीपीएस ट्रैकर की मदद से उनका पीछा कर रही थी। बस स्टैंड से नकली ग्राहक को सुशील कुमार अलीगढ़ रोड पर लेकर निकल गया। वहां आगे जाकर कार में उसे दो व्यक्ति और मिल गए, जिनके नाम खेम सिंह और कपिल थे। वहां जाकर गाड़ी में नकली ग्राहक ने उन लोगों को 35 हजार रुपए दे दिए और वह तीनों लोग नकली ग्राहक को अपने साथ गाड़ी में बिठाकर टप्पल की तरफ निकल गए।
टप्पल के पास नूरपुर रोड पर इन तीनों को एक भोलू नाम का व्यक्ति स्कूटी पर मिला और नकली ग्राहक और खेम सिंह को वह अपनी स्कूटी पर बैठाकर वीएस अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ले गया। वहां पर जाकर नकली ग्राहक का अल्ट्रासाउंड किया गया और अल्ट्रासाउंड करने वाले ने नकली ग्राहक को बताया कि उसके गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है।
Illegal Sex Determination Racket : गुलफाम छत से कूद कर भागने में सफल हो गया
यह जानकारी देते हुए उन्होंने किसी से जिक्र न करने के लिए आग्रह किया। अल्ट्रासाउंड करते ही वह लोग नकली ग्राहक को नूरपुर रोड पर जैसे ही वापस छोड़ने गए वैसे ही पीएनडीटी छापेमारी टीम स्वास्थ्य विभाग पलवल ने उन्हें धर दबोचा और उन सब से 15 हजार रुपए की रिकवरी की और 5 हजार रुपए की रिकवरी खेमचंद से की, टीम उन्हें लेकर वापस अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंची।
वीएस अल्ट्रासाउंड सेंटर टप्पल अलीगढ़ यूपी में जैसे ही टीम पहुंची। मौके का फायदा उठाकर रिसेप्शन पर बैठा व्यक्ति गुलफाम छत से कूद कर भागने में सफल हो गया। जब वहां उपस्थित स्टाफ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 15 हजार रुपए गुलफाम नाम के व्यक्ति को अल्ट्रासाउंड के लिए दिए गए थे। Illegal Sex Determination Racket
इंस्ट्रूमेंट व दवाइयों व अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील कर दिया
पीएनडीटी छापेमारी टीम पलवल ने तुरंत प्रभाव से सीएमओ अलीगढ़ को सूचित किया और उनके साथ मिलकर वहां पर सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई व एमटीपी में इस्तेमाल होने वाले इंस्ट्रूमेंट व दवाइयों व अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील कर दिया गया।
उस समय सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय पुलिस को भी मौके पर बुला लिया गया और अल्ट्रासाउंड मशीन को सील करने के बाद अल्ट्रासाउंड कर रहे दीपक शर्मा द्वारा किए गए हस्ताक्षर सहित अवैध अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को भी बरामद कर लिया गया। बरामद सामान व लिंग जांच में लिप्त दीपक शर्मा, सुशील कुमार, भोलू, खेम सिंह, कपिल को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया और रिसेप्शन पर बैठे गुलफाम के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर दी गई। Illegal Sex Determination Racket