India News(इंडिया न्यूज़), Faridabad News: भारत में कई जगह ऐसी हैं जहाँ अब भी मंदिर और धार्मिक स्थल होने के अवशेष पाए जाते हैं। वहीँ फरीदाबाद के कोट गांव की अरावली पहाड़ियों में भी ऐतिहासिक अवशेषों की खोज चल रही है। ऐसे में हरियाणा के फरीदाबाद में ही भगवान विष्णु से जुड़े अवशेष मिले हैं। जी हाँ, यहां खोज के दौरान कुछ पत्थरों पर त्रिशूल जैसे निशानपाए गए हैं। माना जा रहा है कि ये निशान प्राचीन हिंदू मंदिरों से जुड़े हो सकते हैं। यह खोज क्षेत्र के इतिहास और पुरातात्विक महत्व को उजागर करती है। दरअसल, कोट गांव की अरावली की पहाड़ी पर ऐसे अवशेष अक्सर मिलते रहते हैं। लेकिन इस भोलेनाथ के त्रिशूल के मिले निशान ये बात साबित कर रहे हैं कि यहाँ कोई प्राचीन मंदिन हो सकता है।
- जानिए क्या बोले विशेषज्ञ
- जानिए क्या है त्रिशूल का महत्व ?
जानिए क्या बोले विशेषज्ञ
इस दौरान पुरातत्व विभाग से जुड़े विशेषज्ञ तेजवीर मावी ने इस खोज के चलते कहा कि ये शिलाएं संभवत: एक पुराने किले के अंदर स्थित मंदिर से जुड़ी हैं।इस दौरान विशेषज्ञ ने ये भी कहा कि कोट गांव में मंदिर के कई अवशेष अब भी मौजूद हैं जबकि कई नष्ट हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि, अगर इस जगह का सही ढंग से सर्वेक्षण किया जाए तो एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासत सामने आ सकती है।
जानिए क्या है त्रिशूल का महत्व ?
जैसा की आप सभी जानते हैं कि, त्रिशूल सनातन धर्म में भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में फरीदाबाद से इस चिन्ह का मिलना बहुत बड़ा सन्देश देता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें इस तरह के चिह्न प्राचीन मंदिरों, गुफाओं और पौराणिक स्थलों पर देखने को मिलते हैं। वहीँ फरीदाबाद के कोट गांव में मिले त्रिशूल के निशान इस बात की गवाही देते हैं कि यहां भी एक समय पर धार्मिक गतिविधियां होती थीं और इस स्थान पर जरूर एक प्रमुख तीर्थस्थल रहा होगा।