इंडिया न्यूज, चंडीगढ़: CM Manohar Lal : 29 सितंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल मोरनी-टिक्कर ताल इलाके में एडवेंचर्स और वाटर स्पोर्ट्स संबंधी गतिविधियों को अमली जामा पहनाने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस बीच में जवाब देते हुए खासे पॉलिटिकल मूड में भी दिखे। उन्होंने पंजाब की राजनीति, नवजोत सिद्धू की उठापटक और किसान आंदोलन को लेकर खुलकर जवाब दिए। जिस तरह से सिद्धू को लेकर जो सियासी उफान जारी, उस पर मनोहर लाल के कमेंट ने खासा माहौल बना दिया।
नवजोत सिद्धू को लेकर जारी सियासी घमासान मचा है। हर कोई टकटकी लगाए पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। इस पर जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सिद्धू पर विचार रखने को कहा तो बोले कि सिद्धू पॉलिटिकल टूरिस्ट हैं। उनका मतलब साफ था कि वो कभी इस पार्टी में तो कभी उस पार्टी में। एक तरह से कहें तो उनमें स्थायित्व की खासी कमी है और ऐसे में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। पूरे मामले का लब्बोलुआब यही है कि सिद्धू उनके निशाने पर थे कि ऐसे आदमी के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है कि कब करवट बदल ले।
फिलहाल पंजाब में सिद्धू जो कर रहे हैं, उससे भी साफ नजर आ रहा है कि उनमें राजनीतिक स्थायित्व की खासी कमी है। वहीं जब उनकी पार्टी में एंट्री पर पूछा तो बोले इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है, पहले देखते हैं कि आस्था कहां है।
सीएम से जब किसान आंदोलन पर सवाल पूछा गया तो बोले कि जब उठा पटक पंजाब में जारी है, उसको कैसे देखते हैं। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसान आंदोलन की जड़ें पंजाब में हैं और जारी घमासान का निश्चित रूप से इसका प्रभाव किसान आंदोलन पर पड़ना तय है।
पानी के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि एसवाईएल का मामला लंबे समय से लंबित है और हमारा हिस्सा अब भी हमें नहीं मिल रहा है। 3 बांधों किशाऊ, रेणुका और लखवार बांध को लेकर काम हो रहा है। 2 का एमओयू हो चुका है और एक का बाकी है। एक की दो किश्त भी हम जारी कर चुके हैं। इनमें हमारा पानी का 47 फीसद हिस्सा है।
होम स्टे पॉलिसी के तहत कंस्ट्रक्शन के लिए लोन मिलेगा। डीजल-पेट्रोल को जीएसटी में शामिल करने पर सीएम बोले कि इसको लेकर अभी केंद्र और राज्य बातचीत करेंगे। प्रदेश में 2 जगह वेटलैंड एरिया घोषित किया गया है। प्रदेश की सभी झीलों में वाटर स्पोर्ट्स शुरू करने पर विचार होगा। ऐलनाबाद चुनाव को लेकर पूरी तैयारी है।