India News (इंडिया न्यूज),Gurgaon Ambience Mall: 17 अगस्त को गुरुग्राम के एंबिएंस मॉल में बम की खबर से मची अफरा-तफरी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के दौरान यह पता चला कि धमकी देने वाले ने अपनी पहचान छुपाने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का सहारा लिया था, जिससे उसकी लोकेशन कभी जर्मनी, कभी अमेरिका और कभी क्रोएशिया दिखाई दे रही थी।
जांच में बड़ा खुलासा
पुलिस की शुरुआती जांच में पाया गया कि यह ईमेल सिर्फ डर फैलाने के उद्देश्य से भेजा गया था। जांच के दौरान यह पता चला कि धमकी देने वाले ने अपनी पहचान छुपाने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का सहारा लिया था, जिससे उसकी लोकेशन कभी जर्मनी, कभी अमेरिका और कभी क्रोएशिया दिखाई दे रही थी। मॉल की सुरक्षा और बम निरोधक दस्ते ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके की जांच की, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इस घटना के बाद साइबर पुलिस ने तुरंत एक मामला दर्ज किया और मेल भेजने वाले आरोपी का आईपी एड्रेस ट्रेस करने की कोशिश शुरू की।
सीबीआई और रिस्पांस टीम से मांगी मदद
साइबर पुलिस ने अब इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) से मदद मांगी है। इसके साथ ही, सीबीआई को भी मामले में शामिल किया गया है, जो इस तरह के मामलों में विशेषज्ञता रखती है। दोनों एजेंसियां मिलकर आरोपी को पकड़ने की कोशिश में जुटी हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर से साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर किया है। साइबर पुलिस और जांच एजेंसियां हर संभव प्रयास कर रही हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।