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Karnal : कदे ऐस फूल ते कदे ओस फूल ते… यार मेरा तितलियां वरगा…., कांग्रेसी नेताओं में मची भाजपा में जाने की होड़, सिलसिला बदस्तूर जारी

BY: • LAST UPDATED : February 25, 2025
  • कई बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में हुए शामिल, मुख्यमंत्री नायब सिंह की शान में अब पढ़ रहे कसीदे

प्रवीण वालिया, India News Haryana (इंडिया न्यूज), Karnal : प्रदेश सहित करनाल में भी नगर निगम चुनावों की सरगर्मियां पूरी तरह से तेज हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कुछ बड़े नेता पार्टी को अलविदा कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। बता दें कि कुछ समय पहले जहां यही नेता कांग्रेस का गुणगान करते नहीं थकते थे, वहीं आज उसे भला बुरा कहने लगे हैं।

हालांकि उन्होंने कई वर्ष पार्टी में बिताए हैं। कांग्रेस पार्टी से भाजपा में शामिल हुए कुछ कांग्रेसी नेता कह रहे हैं कि कांग्रेस चापलूसों की पार्टी है, कुछ कह रहे हैं कि उन्हें पार्टी में घुटन हो रही थी, कुछ कह रहे हैं कि उन्हें पार्टी में मान-सम्मान नहीं मिला है तो कुछ टिकट न मिलने जैसे बहाने बनाकर नगर निगम चुनाव के ऐन मौके पर कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा में शामिल हो गए हैं।

त्रिलोचन सिंह 35 साल तक कांग्रेस में रहे

गौरतलब है कि अन्य पार्टियों से आने वाले नेताओं को भाजपा पटके पहनाकर सम्मानित कर रही है, वहीं दूसरी ओर अपनी ही पार्टी के बागियों को शामिल करने से परहेज कर रही है। करनाल में कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वालो में दो बार एमएलए का चुनाव लड़ चुके त्रलोचन सिंह, अशोक खुराना, अरविंद मान, प्रवेश गाबा के नाम प्रमुख हैं। बता दें कि त्रिलोचन सिंह 35 साल तक कांग्रेस में रहे। सांगवान पहले इनेलो में थे फिर जजपा में गए, फिर कांग्रेस में लौटे और अब फिर भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।

इस समय भाजपा की तूती बोल रही

यूं तो राजनीति में सब जायज है, कब कोई नेता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। राजनीति में तो यह वर्षों से होता आया है। इसमें कोई अचरज वाली बात नहीं है। इसका एक कारण यह भी है कि भाजपा तीसरी बार सत्ता पर काबिज हुई है और इन वर्षों में कांग्रेस सत्ता से दूर रही है। यह सभी जानते हैं कि 5 साल तक भाजपा सत्ता में रहने वाली है और प्रदेश में विकास कार्य भी बखूबी हो रहे हैं। अध्यक्ष के पद भी खाली पड़े हैं, इस समय भाजपा की तूती बोल रही है, ऐसे में कौन नहीं चाहेगा कि भाजपा का दामन थामकर बहती गंगा में हाथ धो लिया जाए।

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कई वर्षों से कांग्रेस की फूट भी जग जाहिर

गौरतलब है कि कई वर्षों से कांग्रेस की फूट भी जग जाहिर है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कार्यशैली ने उनकी लोकप्रियता को और बढ़ा दिया है। उनकी कार्य शैली, स्वभाव, मिलन सारिता से प्रभावित होकर पूर्व एमएलए नरेंद्र सांगवान भी आज भाजपा में शामिल हो गए। जिस तेजी से कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं, उससे जहां भाजपा के लोकप्रियता बढ़ने का एहसास हो रहा है, वहीं कांग्रेस हाई कमान को भी इस समय मंथन करने की जरूरत है।

… इस कारण भी कांग्रेस को लोग छोड़ रहे

राजनीति के जानकारों का तो यहां तक कहना कि कांग्रेस की आपसी फूट के कारण ही नेता अब कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए असंध विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी अभी हाल ही में राहुल गांधी से मिलकर आए हैं। संगठन को मजबूत कैसे किया जाए, क्यों कांग्रेसी नेता एक के बाद एक करके कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं, इस पर बड़े ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई।

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शमशेर सिंह गोगी ये बोले

शमशेर सिंह गोगी के मुताबिक राहुल गांधी ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस बार हरियाणा में मजबूत संगठन तैयार किया जाएगा। त्रिलोचन सिंह और अशोक खुराना के सवाल पर गोगी ने कहा कि अशोक खुराना को भी कांग्रेस ने वर्किंग प्रेजीडेंट बनाकर पहचान दी। त्रिलोचन सिंह को भी कांग्रेस ने दो बार टिकट दी। इसके बावजूद भी वे पार्टी छोड़कर चले गए।

कांग्रेसी नेता वीरेंद्र राठौड़ ने पार्टी छोड़कर जाने वाले इन कांग्रेसी नेताओं के बारे में चुटकी लेते हुए कहा कि यह नेता तितलियों की तरह है जो रस चूसने के लिए इधर-उधर जा रहे हैं। इन्होंने तो फूलों पर ही जाना है, रस चूसना है। कदे ऐस फूल ते कदे ओस फूल ते… यार मेरा तितलियां वरगा…., वाली कहावत उक्त बागियों पर चरितार्थ हो रही है। वीरेंद्र राठौड़ और नाहर सिंह संधू ने कहा कि अब इन्हे पार्टी में कितना मान-सम्मान मिलेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। कुल मिलाकर नगर निगम चुनावी माहौल इस समय पूरे यौवन पर है।

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