India News Haryana (इंडिया न्यूज), Panipat Refinery Area : रिफाइनरी एरिया के आसपास के गांव में अवैध रूप से रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट चलाने के मामले में माननीय एनजीटी कोर्ट ने 27 पक्षकारों को नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस एनजीटी केस नं 1132/2024 से सम्बंधित है। माननीय एनजीटी कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए तारीख 15 अप्रैल 2025 फिक्स की है। इस केस में माननीय एनजीटी कोर्ट में संयुक्त जांच कमेटी एचएसपीसीबी की ओर से अधिवक्ता राहुल खुराना, और गौरव कुमार पेश हुए, वहीं सीपीसीबी की ओर से अधिवक्ता आतिफ सुहरावर्दी पेश हुए।
माननीय एनजीटी कोर्ट 27 पक्षकारों को नोटिस जारी किए। ये नोटिस तीन सप्ताह के अन्दर डीसी करनाल व पानीपत के माध्यम से रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट मालिकों को तामील करवाए जाएंगे। क्रमांक नं 5 -26 के नोटिस डीसी पानीपत की ओर तामील करवाए जाएंगे और वहीं क्रमांक नं 22-27 के नोटिस करनाल डीसी की ओर से तामील करवाए जाएंगे। वीआरसी रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट शिकायतकर्ता के गांव ददलाना के काफी नजदीक होने की वजह से से खासकर वीआरसी मालिकों से जबाब प्राप्त करना आवश्यक समझा है। माननीय एनजीटी कोर्ट में अगली सुनवाई की तारीख से 3 दिन पहले एनजीटी कोर्ट में प्रशासन अपनी रिपोर्ट दाखिल करेगा।
बता दें कि रिफाइनरी एरिया में लगभग 60 के करीब अवैध रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट लगे हुए हैं। पिछले एक दशक से रेडी मिक्स कंक्रीट प्लाटों में बिना किसी सरकारी खौफ के बेतहाशा वृद्धि हुई थी। लोग इन प्लाटों के लगने से परेशान थे। इन प्लाटों से सारा दिन धूल उड़ रही थी। इन अवैध रेडी मिक्स कंक्रीट प्लाटों में खुले में शैड के नीचे सैंड ब्लास्टिंग का कार्य किया जा रहा था। लोग सांस एलर्जी व फेफड़ों की बीमारियों के शिकार हो रहे थे। इनके दीर्घ कालीन सम्पर्क में आने से आसपास के क्षेत्र में मानव हानि होने की आंशका थी।
रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट में डिस्पोजल पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी। डिस्पोजल वाटर ड्रेन नं 2 में छोड़ा जा रहा था। बिना अनुमति के बोरवेल लगाएं जा रहे थे और प्लाटों का डिस्पोजल पानी बोरवेल की सहायता से धरती के नीचे छोडा जा रहा था। इन रेडी मिक्स प्लाटों में डिस्पोजल वाटर के लिए कोई एसटीपी प्लांट नहीं था। और इन प्लाटों पर लेबर के लिए कॉलोनियां बनाई हुई थी। जिनमें एक कॉलोनी कम से कम 500 कमरे बनाएं हुए थे। वहीं रिफाइनरी प्रबंधन का कहना है कि हमारा इन रेडी मिक्स कंक्रीट प्लाटों से कोई वास्ता नहीं है। ये प्लांट रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट मालिकों की अपनी मर्जी से ही चल रहे हैं।