इंडिया न्यूज, करनाल:
मांगें पूरी न होने पर किसान तीसरे दिन भी लघु सचिवाल के पास ही मोर्चा पर डटे हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा 11 सिंतबर को करनाल प्रकरण में बड़ा फैसला लेगा। बता दें कि 28 अगस्त को किसानों पर लाठीचार्ज के बाद अपनी मांगों को लेकर करनाल में किसानों का धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। सरकार ने करनाल में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद रखने के आदेश दिए, ये सेवाएं आज रात 12 तक बंद रहेंगी।
मांगें पूरी न होने पर किसान तीसरे दिन भी लघु सचिवाल के पास ही मोर्चा पर डटे हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा 11 सिंतबर को करनाल प्रकरण में बड़ा फैसला लेगा। बता दें कि 28 अगस्त को किसानों पर लाठीचार्ज के बाद अपनी मांगों को लेकर करनाल में किसानों का धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। सरकार ने करनाल में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद रखने के आदेश दिए, ये सेवाएं आज रात 12 तक बंद रहेंगी।
तीसरे दिन भी जिला सचिवालय के समक्ष किसान डटे हुए
जिला सचिवालय के समक्ष किसानों ने पक्का मोर्चो लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी है। किसान नेता राकेश टिकैत ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक प्रशासनिक अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी, तब तक लघु सचिवालय के सामने किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। किसानों ने जिला सचिवालय के समक्ष टैंट लगा गाड़ दिए, वहीं लंगर भी चल रहे हैं। जिला सचिवालय के सामने व आसपास सड़कों पर किसानों की भीड़ जुटी हुई है। किसानों के पक्का मोर्चा को देखते हुए शासन-प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं, प्रशासनिक अधिकारी किसी न किसी तरह विवाद सुलझाने में लगे हुए हैं। चंडीगढ़ में बैठे आला अधिकारी मामले को लेकर एसपी-डीसी से इनपुट ले रहे है। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, किसान नेता योगेंद्र यादव, गुरनाम सिंह चढूनी सहित अन्य नेताओं के जिला सचिवालय के आगे मोर्चा बंदी करके बैठ जाने से प्रशासन पर दवाब साफ तौर पर देखा जा सकता है।