India News (इंडिया न्यूज़),Nafe Singh Rathee: देश में इन दिनों अपराधियों का बोल-बाला देखा जा रहा है। जहां आय दिन दिनदहाड़े हत्या की खबर सामने आती रहती है। ऐसा देखा जा सकता है है कि अपराधियों में अब प्रशासन का डर नहीं रहा। उदाहरण के तौर पर कल की घटना की ही बात करें तो ज्ञात हो कि, रविवार को दिनदहाड़े पूर्व विधायक और इनेलो नेता नफे सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई।

जानकारी के लिए बता दें कि, हरियाणा इंडियन नेशनल लोकदल के अध्यक्ष नफे सिंह राठी की झज्जर जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई। राठी अपनी कार में थे, जबकि अज्ञात बंदूकधारी भी हुंडई i10 में आए, उन्होंने राठी की एसयूवी पर गोलियां चलाईं और फिर घटनास्थल से भाग गए। राठी को अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि, नफे सिंह को कई गोलियां लगीं और उनका काफी खून बह गया। डॉक्टरों ने कहा कि उसे सीपीआर देने के प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला। बता दें कि, इस घटना के बाद पुलिस को शक है कि हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है।

कौन थे नफे सिंह राठी?

पूर्व विधायक नफे सिंह राठी एक प्रमुख जाट नेता थे। 2014 में इनेलो से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी बदल ली थी, जिसके बाद वह थोड़े समय के लिए बीजेपी में शामिल हो गए थे। लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट भी नहीं दिया और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा. 2018 में वह वापस इनेलो में आ गए। राठी दो कार्यकाल तक बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे। पिछले साल बीजेपी के पूर्व मंत्री मांगे राम राठी के बेटे जगदीश राठी की आत्महत्या मामले में उन्हें मुख्य आरोपी घोषित किए जाने के बाद वह बड़ी मुसीबत में फंस गए थे. नफे सिंह राठी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था। जगदीश के परिवार ने कहा कि नफे सिंह ने संपत्ति से जुड़े मामले में उन्हें परेशान किया और अपनी जान दे दी।

जानें कैसे हुई हत्या

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, इनेलो नेता और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी अपनी सुरक्षा के लिए रखे गए तीन निजी बंदूकधारियों के साथ अपनी एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। जिसके बाज अज्ञात हमलावर दूसरी कार में आए और बहादुरगढ़ में उनकी एसयूवी पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में राठी के बॉडीगार्ड घायल हो गए। जानकारी के लिए बता दें कि, ये घटना शाम करीब पांच बजे बराही रेलवे क्रॉसिंग के पास हुआ। गोलियाँ नजदीक से मारी गईं। वहीं इस मामले में पुलिस ने बताया कि, हमले के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी सहयोगी काला जत्थेदी का हाथ है और शुरुआती पूछताछ में संपत्ति विवाद की ओर इशारा किया गया है।

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