भिवानी व नारनौल में निजी कंपनी देगी कमर्शियल हेलीकॉप्टर सेवा
पवन शर्मा, चंडीगढ़:

दक्षिण हरियाणा के दो जिलों महेंद्रगढ़ और भिवानी के युवाओं को प्रदेश सरकार जल्द ही बड़ी सौगात देने जा रही है। इसके लिए लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दोनों जिलों की हवाई पट्टी से अब युवा पायलट बनने की हसरत पूरी कर सकेंगे। अभी पायलट बनने के लिए युवाओं को करनाल या उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ व अमेठी में जाना पड़ता है, इसलिए महेंद्रगढ़ और भिवानी दोनों ही जगह फ्लाइंग स्कूल शुरू करने के लिए उपायुक्तों को जल्द से जल्द सभी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं, भिवानी में तो महाराजा हेलीकॉप्टर कम्पनी द्वारा कॉमर्शियल हवाई सेवाएं दी जाएंगी।
भिवानी के चौ. बंसीलाल एरो ड्रम पर सरकार द्वारा शीघ्र ही हवाई प्रशिक्षण शुरू किए जाने की योजना है, जिसका आधारभूत ढांचा लगभग अंतिम चरण में है। यहां पर युवाओं को हवाई प्रशिक्षण दिया जाएगा, खास बात यह है कि इसके लिए पंजीकरण भी शुरू हो चुका है। अधिकारी लगभग प्रतिदिन एविएशन अधिकारियों से यहां पर रन-वे विस्तारीकरण परियोजना की जानकारी ले रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत इस परियोजना पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।
ऐसा ही कुछ नारनौल की बाछौद हवाई पट्टी पर भी चल रहा है। गुरुग्राम नजदीक होने के कारण नारनौल की हवाई पट्टी का अधिक विस्तार करने की भी योजना बनाई जा रही है। इतना ही नहीं, नारनौल में दो कंपनियों को छोटे प्लेन मरम्मत करने के कार्य के लिए हैंगर भी दिए जा चुके हैं।

भिवानी में 11 केवी बिजली लाइन को शिफ्ट करने के दिए आदेश

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हवाई पट्टी क्षेत्र के दायरे में आने वाली 11 केवी बिजली लाइन को शिफ्ट करने का आदेश दे चुके हैं। यह कार्य लगभग अंतिम दौर में है। बिजली निगम को यहां पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें, ताकि प्रशिक्षण के दौरान पेजयल की किल्लत न बने। इसी प्रकार से उन्होंने यहां पर सीसीटीवी कैमरे, मेन गेट रिपेयर, एमरजेंसी द्वार बनवाने आदि के बारे में भी जरूरी निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि भिवानी व नारनौल में हवाई प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए जा रहे हैं। भिवानी में एफएसटीसी नामक निजी एयर कम्पनी हवाई प्रशिक्षण देगी।
इसी तरह नारनौल में भी तैयारी है। वहां पर एक निजी कंपनी के अलावा अमेठी के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय फ्लाइंग स्कूल के युवा भी प्रशिक्षण लेंगे। इसके पीछे कारण यह है कि नारनौल में धुंध कम पड़ती है, जबकि अमेठी में सर्दी के मौसम में यह अधिक रहती है। प्रशिक्षण कार्य बाधित न हो, इसके लिए अब नारनौल में यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।