इंडिया न्यूज़,(Haryana News): हरियाणा में सबसे ज्यादा नशे की तस्करी ट्रेनों के माध्यम से अधिक होती है। रेलवे पुलिस ने फैसला लिया गया है, दिल्ली से हरियाणा में दाखिल होने वाली ट्रेनों की जांच की जाएगीं। हाल ही में जामनगर-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा जाने वाली सुपरफास्ट में 3 करोड़ की हेरोइन मिलने की खबर के बाद इस कदम को उठाया गया है। इसके लिए रेलवे पुलिस ने उपद्रव और जहरखुरानी रोधी टीम दो टीमों को तैयार किया है। जो दिल्ली से हरियाणा की ट्रैन पर निगरानी रखेगीं। ये टीम साधारण कपड़ो में ट्रैन में निगरानी रखेगी।

ट्रेनों के माध्यम से होती है तस्करी

जानकारी देते हुए रेलवे पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया ने बताया की हरियाणा में सबसे ज्यादा नशे को ट्रेनो के माध्याम से लाया जाता है। जिसको रोकने के लिए रेलवे पुलिस ने दो नई टीमों का गठन किया है। जिससे नशा तस्करो पर शिकंजा कसा जा सके। ये दोनो टीमें सीआइए और जीआरपी के साथ मिलकर काम करेगी। जिससे तस्करो को पकड़न में किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना न करना पड़े। ये टीमें उपद्रव और जहरखुरानी रोधी टीमों के नाम से जानी जाएगीं।

पानीपत से होगी रेकी

जानकारी के अनुसार जिन ट्रेनों में पहले इस प्रकार के मामले हो चुके है। उन सबकी एक फाईल को तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए रेलवे पुलिस ने हरियाणा में रूकने वाली सभी ट्रेनो की जांच करेगी। रेलवे पुलिस तस्करो को पकड़ने के लिए सादी वर्दी में तैनात होंगें। जो शरारती व अपराधी तत्वों पर नजर रखेंगे और नशा तस्करो को पकड़ने में असानी होगी।

हथियारों के साथ टीम सदस्य ट्रेन में तैनात

रेलवे अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया की सुरक्ष टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पहले दो-दो के दल में टीमें ट्रेनों में भेजी जाती थी। जिनकी संख्या को बड़ा कर 5 से 6 कर दी गई हैं। इससे तस्करो को पकडने में असानी होगी।

पुलिस लेगी नारकोटिक्स टीम की मदद

नशे को हरियाणा में फैलने से रोकने के लिए रेलवे पुलिस नारकोटिक्स टीम का भी सहारा लेगी। इसके अलावा मुखबिरों का नेटवर्क भी बढ़ाया जाएगा। ट्रेन में चलने वाले पैंट्री कर्मचारी व अन्य को सहयोगी बनाया जाएगा जो शक होते ही ट्रेन में तैनात टीम को सूचना देंगे ताकि आरोपित की नशे के सामान सहित धरपकड़ की जा सके।