- हम राजनीति करने नहीं, राजनीति की दिशा बदलने आए हैं : निर्मल सिंह
- निर्मल सिंह जी ने अपनी पूर्व विधायक की 4 मे से 3 पेंशन छोड़ने का किया ऐलान
इंडिया न्यूज, अम्बाला :
Proposal For Same Pension Of Former MLAs : आम आदमी पार्टी हरियाणा का कहना है कि जिस तरह से पंजाब सरकार ने एक कानून बनाकर प्रस्ताव पारित किया है कि पूर्व विधायक जो 1 से अधिक पेंशन ले रहे हैं वे उसे छोड़े। किसी भी विधायक को एक से ज्यादा पेंशन नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि इस पर सरकार का हर माह करोड़ों रुपए खर्च होता है। पंजाब सरकार मैं विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सभी पूर्व विधायकों की एक से ज्यादा पेंशन बंद कर दी हैं।
पूर्व विधायकों की ज्यादा पेंशन को बंद करने का प्रस्ताव लाए सरकार Proposal For Same Pension Of Former MLAs
यह बात आज आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रभारी एवं दिल्ली से पार्टी के राज्यसभा सांसद डाक्टर सुशील गुप्ता ने कही। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी हरियाणा सरकार से यह मांग करती है कि वह भी पूर्व विधायकों की एक से ज्यादा पेंशन को बंद करने का प्रस्ताव लाए और सरकार का हर माह खर्च होने वाला लाखों रुपए बचाएं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इसकी शुरूआत आज से कर दी है।
निर्मल सिंह ने आज स्वयं इसका ऐलान करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और स्पीकर को पत्र लिखा है कि वो अपनी चार में से तीन पेंशन छोड़कर सिर्फ एक ही पेंशन लेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने शुरूआत में ही ऐलान कर दिया था कि हम राजनीति करने नहीं, राजनीति बदलने आए हैं और आज उनका कथन सत्य हो रहा है और देश में राजनीति बदल रही। Proposal For Same Pension Of Former MLAs
उन्होंने कहा कि हम आम आदमी पार्टी इस क्रांति का हिस्सा है और यह ऐलान करते हैं कि पार्टी का कोई भी नेता कभी भी एक से ज्यादा पेंशन नहीं लेगा। सांसद डॉ सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि कई कई पेंशन लेने वालों में कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव इस समय 2, 38,050 रुपए इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला 2,22,525 रुपए पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह 2,14,763 रुपए पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल 90, 563 रुपए पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा 1,60,425 रुपए पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई 1, 52, 663 रुपए अजय चौटाला 90, 543, बलबीर पाल शाह 2, 07,000, महेंद्र सिंह चट्ठा 1, 52,000, कमल सिंह हिसार 1,2, 613 पेंशन ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह साल 2020 के आंकड़े हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार इस समय 23 करोड़ पर पूर्व विधायकों की पहचान पर खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पूर्व विधायक जमकर चांदी कूट रहे हैं। और अब यह 2022 में बढ़कर काफी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस समय पूर्व विधायक को 5, 882 रुपए पेंशन और 10,000 यात्रा भत्ता दिया जाता है।
वही एक विधायक को प्रतिमाह वेतन 2,10000 रुपए मिलता है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ सुशील गुप्ता ने कहा कि केंद्र व पंजाब और हरियाणा में भाजपा या भाजपा गठबंधन की सरकारे रही फिर भी उन्होंने एसवाईएल या चंडीगढ़ के मामले को हल नहीं किया। Proposal For Same Pension Of Former MLAs
इसी प्रकार कांग्रेस भी केंद्र व दोनों राज्यों में सरकार होने के बावजूद मसले को हल नहीं कर पाई। मगर जब आम आदमी पार्टी पंजाब में इस संबंध में कोई प्रस्ताव लाती है तो यह दोगली नीति अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि एसवाईएल के मामले में उनका यह मत है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जो भी निर्णय देगा वह हमें स्वीकार्य होगा।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह घोषणा करती है कि 2025 तक हरियाणा में हर खेत को पानी होगा। इस अवसर पर पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने घोषणा की कि वह आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के विचारों से प्रभावित होकर तथा पंजाब सरकार द्वारा दिए गए फैसले से प्रभावित होकर अपनी चार में से तीन पेशन छोड़ रहे हैं। वह सिर्फ एक ही पेंशन लेंगे। Proposal For Same Pension Of Former MLAs
उन्होंने कहा कि वह आज ही विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री को इस बारे में सूचित कर देंगे कि वह अपनी तीन पेंशन छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अन्य राजनीतिक दलों के पूर्व विधायकों से भी अनुरोध करेंगे कि वह भी सिर्फ एक ही पेंशन लें। ताकि यह जो पेंशन का पैसा बचे उससे गरीब बच्चों की पढ़ाई या अन्य विकास कार्य पर खर्च किया जा सके। Proposal For Same Pension Of Former MLAs
Read Also : MRSPTU Convocation : पंजाब सरकार रोजगार कोर्स के जरिए युवाओं के विदेशों में पलायन को रोकने के लिए तैयार
Read Also : Sidhu’s Taunt On The Government : कानून एवं व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से सिद्धू का सरकार पर तंज