- 20 सितंबर तक सीएम से मिल कर बहाल करवाया जाएगा ईबीपीजी कोटा
- महाभारतकालीन जींद की धरती पर पहली बार पहुंचे कार्तिक शर्मा का हुआ भव्य स्वागत
- सांसद कार्तिक शर्मा की नेक दिली के कायल हुई जींद की जनता
- मुख्यमंत्री के हाथ मजबूत करें जींद की जनता : कार्तिक शर्मा
कुलदीप सिंह, जींद :
महाभारत कालीन ऐतिहासिक व प्रदेश की राजनीति का केंद्र बिंदू कहे जाने वाली जींद की धरती पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित विनोद शर्मा के बेटे राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा ने ईबीपीजी की बहाली का आश्वासन देकर ब्राह्मण समाज समेत अन्य तीन जातियों बनिया, राजपूत, पंजाबी का दिल जीतने का काम किया है। हालांकि कार्तिक शर्मा पहली बार राज्यसभा सांसद के माध्यम से सक्रिय राजनीति में पदार्पण किया है लेकिन उनके फैसले और इच्छाशक्ति और दमदार बातों पर जींद की जनता ने उन्हें अपने सरआंखों पर बैठा लिया।
यहां राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा ने दिल खोल कर जहां सरकार की नीतियों की नीतियों की जमकर सराहना की वहीं ईबीपीजी की बहाली को लेकर भी समाज के साथ खड़े होने का साफ अहसास करवाया। मंच से उन्होंने स्पष्ट किया कि वो कार्यक्रम के बाद सीधे मुख्यमंत्री से बात करेंगे और उनसे मिलने का समय लेंगे। उम्मीद है कि आने वाली 20 सितंबर तक ईबीपीजी की बहाली हो जाएगी। इस बात पर पंडाल में बैठे लोगों ने तालियां बजा कर सांसद कार्तिक शर्मा का स्वागत किया और आप आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं के नारे लगाए।
आज विश्व जान चुका है कि हिंदुत्व की ताकत : कार्तिक शर्मा
राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा ने कहा कि 125 वर्ष पहले आज के ही दिन स्वामी विवेकानंद ने ही पूरे विश्व को बताने का काम किया था कि हिंदू क्या है और हिंदुत्व क्या है। आज विश्व जान चुका है कि हिंदुत्व की ताकत क्या है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश आज किसी भी मामले में अन्य प्रदेशों से पीछे नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश प्रगति पथ पर अग्रसर है।
सांसद कार्तिक शर्मा की नेक दिली के कायल हुई जींद की जनता
राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा का ब्राह्मण धर्मशाला में भव्य सम्मान समारोह था। ब्राह्मण धर्मशाला में जाने से पहले उन्होंने मां जयंती देवी की पूजा की और फिर धर्मशाला पहुंच पहुंच कर भगवान परशुराम की पूजा की। ब्राह्मण सभा ने धर्मशाला की रिपेयरिंग व ई-स्मार्ट लाइब्रेरी की डिमांड रखी और उन्होंने तुरंत प्रभाव से 25 लाख रुपये की घोषणा तो की ही साथ ही उन्होंने कहा कि आप अपना कार्य पूरा कीजिए और पैसों की चिंता मत करिये।
चाहे इस पर कितना भी खर्च हो, कमी नहीं रहने दी जाएगी। खास बात यह भी रही कि जो भी उनसे मिला उसकी बातों को बखूबी सुना और आश्वासन भी दिया। यहां तक कि लोगों को यह तक अहसास नही होने दिया कि वे राज्यसभा सांसद हैं और पहली बार जींद के लोगों से मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री के हाथ मजबूत करें जींद की जनता
मंच से राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ईमानदारी से कार्य कर रही है। सबसे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री सहित डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा, जुलाना विधायक अमरजीत ढांडा, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा का धन्यवाद किया जिन्होंने उनके पक्ष में मतदान किया। इसके बाद उन्होंने जींद की जनता से आह्वान किया कि वो पारदर्शिता व ईमानदारी को देखते हुए मुख्यमंत्री के हाथ मजबूत करें।
समाज कार्तिक शर्मा के साथ : सियाराम शास्त्री
ब्राह्मण सभा के प्रधान सियाराम शास्त्री ने मंच से मांग पत्र पढ़ा। उन्होंने कहा कि जिस तरह राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा के पिता के साथ ब्राह्मण समाज कंधे से कंधा मिला कर हमेशा खड़ा रहा है वैसे ही राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा के साथ भी समाज खड़ा है।
ईबीपीजी आरक्षण के तहत 241 बच्चों को करवाया जाए ज्वायन : दीक्षित
ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीयध्यक्ष पंडित हरीराम दीक्षित नेकहा कि दो वर्ष पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा द्वारा बहाल करवाए गए आरक्षण की बदौलत समाज के बच्चों को नौकरी मिली थी लेकिन 241 बच्चे ऐसे रह गए जो ज्वायन नहीं करवाए गए। तब से लेकर अबतक वो इन बच्चों को नौकरी बहाल करवाने के लिए लडाई लड रहे हैं। इसके अलावा ब्राह्मण समाज के आरक्षण की लड़ाई भी लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि समाज के 241बच्चों को आरक्षण दिलवाया जाए और पहले की तरह ही आरक्षण को बहाल करवाया जाए।
ईबीपजी के समर्थन में सीएम से मिलेंगे : विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा
जींद के भाजपा विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि ब्राह्मण हमेशा से पूजनीय रहे हैं। उनके पिता हमेशा यही कहते थे कि ब्राह्मण का बच्चा चाहे एक दिन का भी क्यों न हो, उससे पांव नहीं छुआने चाहिए। क्योंकि उसमें स्वयं ब्रह्म होते हैं। इसलिए वो न तो ब्राह्मण समाज के बच्चों से पैर छुआते हैं और न ही छूने देते हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल जेब में हो या न हो, चेहरे पर मुस्कान अवश्य होनी चाहिए। ईबीपीजी को लेकर उन्होंने कहा कि विधायक गौतम ने जब विधानसभा सत्र में इसे लेकर आवाज उठाई थी तो उन्होंने अपना हाथ उठा कर समर्थन किया था। वो स्वयं भी सीएम से मिल कर इसे बहाल करवाने की मांग करेंगे।
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