इंडिया न्यूज़, Haryana News: मुलाना से गुजरने वाली मारकंडा नदी में भारी बारिश के बाद नदी का जल स्तर बढ़ने लगा। जिससे आस पास के गांव में प्रशासन दवारा हाई अर्ल्ट जारी कर दिया है। मानसून के दौरान पहाड़ो में होने वाली बारिश का असर नदियों में देखने को मिल रहा है। बारिश के दौरान मारकंड़ा नदी में जल स्तर बढ़ने से लोगो को नदी से दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है।

शनिवार और रविवार के दिन हुई भारी बारिश के बाद मुलाना से गुजरने वाली मारकंड़ा नदी में पानी तेजी से बढ़ने लगा है। जिससे जल स्तर 29 हजार क्यूसिक तक बताया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आगे भी भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके चलते प्रशासन ने हाई अर्ल्ट जारी कर दिया है। नदी के पास जाने से रोका जा रहा है। जानकारी के अनुसार बारिश के बाद शनिवार की रात को मारकंड़ा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा।

जिससे सर्वाधिक स्तर 7 फीट 1 इंच, करीब 29 हजार क्यूसिक, तक जा पंहुचा। इसके कारण प्रशासन को हाई अर्ल्ट जारी करना पड़ा। विभाग को सूचना मिली कि कालाअंब में मारकंडा नदी का बहाव कम होने लगा है। मिली जानकारी में कल रविवार के दिन पानी का स्तर 6 फीट हो गया था, एक घंटे के बाद पानी अपने आप कम होने लग गया था। जिसके बाद भी पानी की गति कम नही हूई। लेकिन देर शाम के बाद जलस्तर करीब 3 फीट व 6 हजार क्यूसिक पानी रह गया था।

प्रशासन के मना करने के बाद भी नही रूके भक्त

मुलाने में महार्षि मारकंडा के बने मदिंर में रविवार के दिन भक्तों की भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी। भारी बारिश के बाद भी लोग दर्शन करने के लिए लाइनो में लगे हुए थे। कुछ लोग प्रशासन के मना करने के बाद भी नदी में छल्लांगे लगा रहे थे। वहां पर पहुंचे सैकड़ों लोग नदी में जाने से नहीं रुके जबकि प्रशासन ने इसके लिए अलर्ट भी जारी किया था।

नहरी विभाग के एसडीओ से मिली जानकारी के अनुसार मारकंडा नदी एक बरसाती नदी है। जो केवल पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बारिश पर निर्भर है। मौनसून के दौरान पहाड़ी क्षेत्र में जोरदार बारिश हो तो मारकंडा नदी का जल स्तर बढ़ने लगता है। जिसके बाद प्रशासन ने अर्ल्ट जारी किया की किसी को भी नदी के पास नही जाने दिया जायेगा।