प्रदेश के अन्य इलाकों में भी ऐसी सेवा पर हो रहा विचार, जगहों को चिन्हित किया जाएगा
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़:
(Panchkula and Morni) पर्यटन के मामले में अब तक अन्य राज्यों की तुलना में पिछड़े हरियाणा ने अब कुछ नया करने की ठान ली है। इसी दिशा में हरियाणा सरकार व पर्यटन विभाग ने मिलकर कई प्रोजेक्ट पर कुछ महीने पहले काम करना शुरू किया था। उसी का नतीजा है कि महज करीब 3 महीने के छोटे से अंतराल में मोरनी के टिक्कर ताल इलाके में कई एडवेंचर्स गतिविधियों और वॉटर स्पोर्ट्स को शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में सरकार ने एक कदम उठाते हुए पंचकूला के मोरनी इलाके के आसपास जितने भी धार्मिक (रिलीजियस टूरिस्ट प्लेस) और सामान्य टूरिस्ट प्लेस हैं, उनकी यात्रा बस महज 51 रुपए में ही करवाई जाएगी। सरकार द्वारा 29 सितंबर को ये सेवा शुरू कर दी गई है। यह भी सामने आ रहा है यह प्रयोग सफल रहता है तो टूरिज्म के लिहाज से महत्वपूर्ण अन्य इलाकों में भी इस तरह की कोई वैकल्पिक सेवा शुरू की जा सकती है। बता दें कि टूरिज्म का हरियाणा की जीडीपी में बेहद ही नगण्य योगदान है और इस दिशा में बेहद काम करना पड़ेगा।
किन-किन स्थानों पर जाएंगी बसें
बता दें कि पंचकूला में कई धार्मिक स्थान हैं, जैसे शीतला माता मंदिर या फिर माता मनसा देवी मंदिर। इसके अलावा थापली या मोरनी इलाके में भी कई आस्था के केंद्र हैं। वहीं टूरिस्ट प्लेस की बात करें तो थापली में नेचर पार्क है। इसके अलावा टिक्कर ताल में कई एडवेंचर्स एक्टिविटीज शुरू की गई हैं। इसके अलावा वाटर स्पोर्ट्स हैं जो निश्चित रूप से टूरिस्ट को आकर्षित करेंगे। इनको ध्यान में रखते हुए ही बस सेवा शुरू की गई है।
सरकार का प्रयास: टूरिस्ट शिमला-कसौली से पहले मोरनी-टिक्कर ताल घूमें
फिलहाल तक टूरिज्म के क्षेत्र में हरियाणा कुछ खास नहीं कर पाया। दिल्ली, राजस्थान या पंजाब से जो भी टूरिस्ट आते हैं, सबका गंतव्य अक्सर शिमला, कसौली या मनाली ही रहता हैं, लेकिन पंचकूला के मोरनी-टिक्कर ताल में कम ही टूरिस्ट आते हैं। पंचकूला से शिमला जाते हुए नेशनल हाईवे संख्या 22 से मोरनी करीब 30 किलोमीटर अंदर की तरफ है जिसके चलते टूरिस्ट सीधे निकल जाते हैं। ऐसे में सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा टूरिस्ट को आकर्षित किया जा सके।
सुविधाओं की अब नहीं होगी कोई कमी
अभी तक सामने आया है कि मोरनी और टिक्कर ताल से टूरिस्ट का मोह भंग इसलिए है, क्योंकि यहां सुविधाएं की कमी है, लेकिन जिस तरह से सरकार ने कई नए प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है, उससे साफ है कि इन कमियों को दूर किया जाएगा। सड़कों व रहने की सुविधा देने पर काम होगा। इसके साथ आस-पास के इलाकों को भी सुविधाओं के लिहाज से अपग्रेड किया जा रहा है।
किन कमियों को दूर करना होगा
- मोरनी-टिक्कर ताल इलाके में नेटवर्क की दिक्कत।
- एटीएम की समस्या।
- सड़कों की हालत खस्ता
- इलाके में कोई पेट्रोल पंप नहीं।
- इलाके में सेफ्टी का मामला निरंतर चर्चा में।
- परिवहन की समस्या अधिक।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि धार्मिक व टूरिस्ट प्लेस की यात्रा करवाने के लिए सरकार की तरफ से नगण्य रेट पर बस सेवा को शुरू कर दिया गया है। फिलहाल के लिए 51 रुपए ही निर्धारित किए गए हैं। इसके पीछे मकसद है कि टूरिज्म को नई ऊंचाइयों तक ले जाना जोकि अब तक पिछड़ रहा था। पिछले कुछ समय में दी गई सुविधाओं के बाद इलाके में जमीन के रेट भी तीन गुना तक बढ़ गए हैं।