India News (इंडिया न्यूज), Benefits of Desi Herbs in Joints Pain: आज की बदलती जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर खानपान के कारण कम उम्र में ही जोड़ों के दर्द और गठिया की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। आयुर्वेद में इन समस्याओं के समाधान के लिए कई हर्ब्स का उल्लेख किया गया है, जो प्रभावी और सुरक्षित हैं। आइए जानते हैं इन अद्भुत औषधियों के बारे में:
Benefits of Desi Herbs in Joints Pain: ये 5 देसी हर्ब्स निगल जाएंगे आपके गठिया-जोड़ों का दर्द
गुग्गुल को आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि माना गया है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गुग्गुल का सेवन नियमित रूप से करने से जोड़ों की गतिशीलता में सुधार होता है और दर्द में राहत मिलती है।
निर्गुण्डी एक प्रभावशाली जड़ी बूटी है, जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। इसे तेल के रूप में उपयोग किया जा सकता है। निर्गुण्डी का तेल प्रभावित हिस्से पर मालिश करने से दर्द और सूजन कम होती है। यह आयुर्वेद में गठिया और मांसपेशियों के दर्द के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
अजवाइन का उपयोग दर्द से राहत के लिए एक पुराना घरेलू उपाय है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने में सहायक हैं। अजवाइन को पानी में उबालकर इसका सेवन करने या इसके तेल से जोड़ों की मालिश करने से भी लाभ मिलता है।
हल्दी अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह सूजन को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। हल्दी का तेल बनाकर प्रभावित हिस्से पर मालिश करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। आप हल्दी को दूध या पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
अदरक में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह हड्डियों की मजबूती बढ़ाने और मांसपेशियों को सुदृढ़ बनाने में मदद करता है। अदरक का सेवन करने या इसके तेल से मालिश करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
आयुर्वेदिक उपाय न केवल जोड़ों के दर्द को दूर करने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने में भी सहायक हैं। इन हर्ब्स का उपयोग करते समय नियमितता और सही मात्रा का ध्यान रखना आवश्यक है। साथ ही, किसी भी नई औषधि का सेवन शुरू करने से पहले आयुर्वेद विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। सही देखभाल और आयुर्वेदिक उपचार से जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाना संभव है।