India News (इंडिया न्यूज), Permanent Solution For Piles & Warts: बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन तकलीफदेह समस्या है। यह मुख्य रूप से गुदा और मलाशय की नसों की सूजन के कारण होती है, जिससे दर्द, जलन, खुजली और कभी-कभी रक्तस्राव की समस्या उत्पन्न होती है। यह समस्या खासकर उन लोगों में आम है जो लंबे समय तक कब्ज से पीड़ित रहते हैं। अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो सर्जरी की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
बवासीर के प्रकार
बवासीर को दो मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:
- आंतरिक बवासीर: इसमें मस्से गुदा के अंदर होते हैं और आमतौर पर दर्द रहित होते हैं, लेकिन कभी-कभी रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं।
- बाहरी बवासीर: इसमें मस्से गुदा के बाहर दिखाई देते हैं और अक्सर दर्द, जलन और खुजली का कारण बनते हैं।
बवासीर के लक्षण
- गुदा क्षेत्र में दर्द और जलन
- मल त्याग के दौरान या बाद में रक्तस्राव
- गुदा के आसपास खुजली
- सूजन और गांठ का महसूस होना
बवासीर के कारण
बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- कब्ज: यह बवासीर का सबसे बड़ा कारण है। कठोर मल त्याग के दौरान अत्यधिक जोर लगाने से गुदा की नसों पर दबाव बढ़ जाता है।
- बैठने की गलत आदतें: लंबे समय तक बैठने से गुदा क्षेत्र पर दबाव बढ़ता है।
- आहार में फाइबर की कमी: कम फाइबरयुक्त भोजन के कारण मल त्याग में कठिनाई होती है।
- पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी से मल सख्त हो जाता है।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान बढ़ते गर्भाशय का दबाव भी बवासीर का कारण बन सकता है।
- मोटापा और मसालेदार भोजन: अधिक वजन और अत्यधिक मसालेदार भोजन भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।
आयुर्वेदिक घरेलू उपाय
राजस्थान के मशहूर आयुर्वेद विशेषज्ञ जगदीश सुमन ने बवासीर के लिए एक आसान और प्रभावी घरेलू उपाय बताया है, जो मस्सों को मात्र दो दिन में सुखाने में सहायक हो सकता है।
भांग के पत्तों का उपयोग
- भांग के ताजे पत्तों को अच्छी तरह धोकर पीस लें।
- इस पेस्ट में दही मिलाकर एक गाढ़ा मिश्रण तैयार करें।
- तैयार मिश्रण को फ्रिज में रख दें।
- शौचालय से आने के बाद इस मिश्रण को गुदा क्षेत्र पर मलहम की तरह लगाएं।
यह उपाय बवासीर के सभी प्रकार के मस्सों को कम करने और जलन को दूर करने में मदद करता है। इस उपचार से दो दिन में आराम मिल सकता है और सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती।
बवासीर से बचाव के उपाय
- फाइबर युक्त आहार लें: साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फलों का सेवन करें।
- पर्याप्त पानी पीएं: दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं।
- शारीरिक गतिविधियां करें: नियमित हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें।
- गर्म पानी से सिकाई: गुदा क्षेत्र की सिकाई करने से दर्द और सूजन में राहत मिलती है।
- लंबे समय तक न बैठें: एक ही जगह पर अधिक देर तक बैठने से बचें।
बवासीर एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है, जिसे सही आहार, नियमित व्यायाम और घरेलू उपायों से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। आयुर्वेदिक उपचार, जैसे भांग के पत्तों का उपयोग, बवासीर के मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकता है। यदि लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
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