India News (इंडिया न्यूज), Hyperammonemia: कोलेस्ट्रॉल, यूरिक एसिड और शुगर के बढ़े हुए स्तर की तरह, खून में अमोनिया का बढ़ना भी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इसे मेडिकल भाषा में हाइपरअमोनमिया (Hyperammonemia) कहा जाता है। अमोनिया (NH3) शरीर में एक विषैला पदार्थ है, जो खून की नसों और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित कर सकता है। यह समस्या तब होती है जब लिवर इसे फिल्टर करने और पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में विफल रहता है।
अमोनिया कैसे बनता है?
अमोनिया शरीर में एक अपशिष्ट पदार्थ के रूप में प्रोटीन के पाचन के दौरान आंतों में बनता है। सामान्यतः, लिवर इसे यूरिया में बदलकर पेशाब के जरिए बाहर निकाल देता है। लेकिन अगर लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता, तो अमोनिया खून में जमा होने लगता है, जिससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
खून में अमोनिया का स्तर बढ़ने के कारण
- लिवर की बीमारियां
- लिवर सही से काम न करने पर अमोनिया खून में जमा हो सकता है।
- किडनी या लिवर फेलियर
- इन स्थितियों में शरीर अपशिष्ट पदार्थों को प्रभावी रूप से बाहर नहीं निकाल पाता।
- जेनेटिक कारण
- कुछ लोगों में जन्म से ही अमोनिया का स्तर बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
- खान-पान
- प्याज, सोयाबीन, चिप्स, सलामी और मक्खन जैसे खाद्य पदार्थों में अमोनिया अधिक मात्रा में पाया जाता है।
खून में अमोनिया बढ़ने के लक्षण
- सिरदर्द
- मतली या उल्टी
- चिड़चिड़ापन
- बोलने और संतुलन बनाने में कठिनाई
- व्यवहार में बदलाव
- दौरे पड़ना
- नींद न आना
- गंभीर मामलों में कोमा
अमोनिया का सामान्य स्तर
- नवजात शिशु: 85–271 mcg/dL
- बच्चे: 41–82 mcg/dL
- महिलाएं: 19–82 mcg/dL
- पुरुष: 26–94 mcg/dL
खून में अमोनिया का स्तर कैसे कम करें?
1. डॉक्टर से संपर्क करें
यदि लिवर या किडनी से जुड़ी समस्या हो या ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह स्थिति गंभीर हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
2. प्रोबायोटिक्स का सेवन करें
प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं और अमोनिया को तोड़कर शरीर से बाहर निकालने में सहायक होते हैं।
- स्रोत: दही, केफिर, और सॉरक्रॉट जैसे किण्वित खाद्य पदार्थ।
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3. एनिमल प्रोटीन से बचें
रेड मीट जैसे खाद्य पदार्थ अमोनिया का स्तर तेजी से बढ़ा सकते हैं। इसकी बजाय हल्का मांस (जैसे चिकन) खाएं, लेकिन इसे सीमित मात्रा में लें।
4. प्लांट-बेस्ड फूड अपनाएं
पौधों से मिलने वाले प्रोटीन जैसे बीन्स और दाल धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे अमोनिया का स्तर तेजी से नहीं बढ़ता।
5. जिंक से भरपूर चीजें खाएं
जिंक शरीर में अमोनिया को कम करने में मदद करता है। लिवर की बीमारियों में जिंक की कमी हो सकती है।
- स्रोत: कद्दू के बीज, मूंगफली, पालक और मशरूम।
- डॉक्टर की सलाह से जिंक सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
हाइपरअमोनमिया एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जो लिवर और किडनी की समस्याओं से जुड़ी है। उचित खान-पान, प्रोबायोटिक्स का सेवन और जिंक जैसे पोषक तत्वों पर ध्यान देकर इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से संपर्क करें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
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