India News (इंडिया न्यूज़), Benefits of Amaltas: अमलतास के पेड़ पर पीले रंग के फूल खिलते हैं। यह पेड़ देखने में जितना सुंदर है, उतना ही गुणों से भरपूर भी है। जी हां, अमलतास के अनेकों फायदे हैं। आयुर्वेद के अनुसार, अमलतास की मदद से आप त्वचा रोग, हृदय रोग, पेट के रोग, टीबी आदि को ठीक कर सकते हैं। अमलतास का इस्तेमाल बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। अगर आपको कब्ज की समस्या है तो भी अमलतास फायदेमंद है। तो यहां जान लें अमलतास के फायदे और इसके इस्तेमाल करने का तरीका।
अर्थराइटिस में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए अमलतास
अगर आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या है, तो आपको अमलतास का इस्तेमाल करना चाहिए। अमलतास के फल का गूदा 1 से 2 चम्मच लें और इसे दो कप उबलते पानी में डालें, जब पानी आधा रह जाए तो यह काढ़ा बन जाएगा। इसे खाने के बाद 1 चम्मच लेना है। अमलतास के इस्तेमाल से रूमेटाइड की समस्या में आराम मिलता है।
बवासीर को ठीक करता है अमलतास
अगर आपको बवासीर की समस्या है, तो अमलतास का सेवन करें। अमलतास बवासीर की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। अमलतास कब्ज की समस्या को ठीक करने में उपयोगी है। इसके सेवन से बवासीर का आकार कम हो जाता है। अमलतास के फल का गूदा एक से दो चम्मच लें और इसे गर्म पानी में मिलाकर रात को सोने से पहले लें, बवासीर की समस्या ठीक हो जाएगी।
वजन कम करने के लिए अमलतास का सेवन करें
अगर आपका वजन ज्यादा है तो आप अमलतास का सेवन कर सकते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है और वजन कम करने में मदद करता है। अमलतास के सेवन से पेशाब संबंधी समस्याएं भी ठीक होती हैं। अगर आपको पेशाब कम आता है या बिल्कुल भी नहीं आता है तो सुबह-शाम अमलतास के पत्तों के रस का सेवन करें।
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए अमलतास का सेवन करें
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए भोजन के बाद दिन में दो बार अमलतास के पत्तों का चूर्ण गर्म पानी के साथ लें। अमलतास रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। अमलतास इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है क्योंकि अमलतास में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
दर्द और जलन को ठीक करता है अमलतास
अगर आपको अंदरूनी चोट लगी है, तो आप अमलतास का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमलतास के पत्तों के पेस्ट को गाय के दूध या शहद के साथ मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। अगर दर्द के साथ जलन भी हो रही है, तो आप अमलतास के पत्तों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
अमलतास के इस्तेमाल करने का तरीका
- बाजार में अमलतास के कैप्सूल भी मिलते हैं। अगर आप डॉक्टर की सलाह पर कैप्सूल ले रहे हैं, तो खाने के बाद गर्म पानी के साथ लें।
- अगर आप अमलतास का काढ़ा बना रहे हैं, तो खाने के बाद लें। काढ़ा बनाने के लिए दो चम्मच अमलतास के फल के गूदे को गर्म पानी में मिलाकर आधा होने तक उबालें और फिर पी लें।
- अगर आप कैसिया फिस्टुला के पत्तों का चूर्ण खा रहे हैं, तो आप खाने के बाद दिन में दो बार 2 ग्राम चूर्ण गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
नोट- अगर आप कैसिया फिस्टुला का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो आपको खांसी या जुकाम हो सकता है, क्योंकि इसमें ठंडक देने वाले गुण होते हैं, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।