India News (इंडिया न्यूज़), Sugar Increase The Risk Of Cancer: चीनी जिसे अंग्रेजी में सुगर भी कहा जाता हैं। भारत में तो मानो इसके बिना कोई काम ही नहीं चलता हैं। कोई भी शादी हो या हो कोई भी फंक्शन लेकिन मीठा आना तो तय ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इसी मीठे को जितने शौक से आप खाते हैं उसके अनेको नुकसान भी हैं। लेकिन एक सबसे बड़ी बात जिसने सबके मनो में सवाल खड़ा कर दिया कि चीनी के सेवन से क्या वाकई होता हैं कैंसर?
चीनी और कैंसर के बीच संबंध पर बहुत सी बहसें और अध्ययन हुए हैं। इस विषय पर व्यापक शोध और विश्लेषण किया गया है, और इसके पीछे के तथ्यों को समझना महत्वपूर्ण है।
चीनी का सेवन और कैंसर का खतरा
चीनी और मोटापा:
मोटापा और कैंसर: चीनी का अधिक सेवन मोटापे का कारण बन सकता है, और मोटापा कई प्रकार के कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। मोटापा शरीर में हार्मोनल असंतुलन और सूजन को जन्म दे सकता है, जो कैंसर के विकास से जुड़े हो सकते हैं।
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ग्लाइकोसिलेटेड उत्पाद:
ग्लाइकोसिलेटेड प्रोडक्ट्स: चीनी, विशेष रूप से उच्च-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (HFCS), शरीर में ग्लाइकोसिलेटेड उत्पादों का निर्माण कर सकती है, जो कैंसर के जोखिम से जुड़े हो सकते हैं। ये उत्पाद कैंसर कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
इंसुलिन प्रतिरोध:
इंसुलिन प्रतिरोध: चीनी का अधिक सेवन इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है, जिससे उच्च रक्त शर्करा और उच्च इंसुलिन स्तर बढ़ते हैं। इंसुलिन और इंसुलिन-लाइफ ग्रोथ फैक्टर (IGF) कैंसर कोशिकाओं के विकास और विभाजन को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि:
एरियल और एनर्जी: कैंसर कोशिकाओं के लिए चीनी एक प्रमुख ऊर्जा स्रोत हो सकती है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि चीनी का अधिक सेवन सीधे कैंसर का कारण बनता है या सिर्फ कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को बढ़ावा देता है।
अध्ययनों और शोध
एपिडेमियोलॉजिकल अध्ययन: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि चीनी और चीनी युक्त खाद्य पदार्थों का उच्च सेवन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है, जबकि अन्य अध्ययन इसके सीधे संबंध को स्थापित नहीं कर पाए हैं।
क्लिनिकल ट्रायल्स: मौजूदा क्लिनिकल ट्रायल्स ने दिखाया है कि उच्च चीनी का सेवन कैंसर की घटनाओं को बढ़ा सकता है, विशेष रूप से उन लोगों में जो पहले से ही मोटापे या डायबिटीज के शिकार हैं।
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संतुलित दृष्टिकोण
मध्यम सेवन: चीनी का अत्यधिक सेवन निश्चित रूप से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और मोटापे के जोखिम को बढ़ा सकता है, जो कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। लेकिन सामान्य रूप से, संतुलित मात्रा में चीनी का सेवन अधिक गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव नहीं डालता है।
स्वास्थ्य पर ध्यान: कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए संपूर्ण आहार और जीवनशैली पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, जिसमें फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, और स्वस्थ वसा शामिल हैं।
स्वास्थ्य प्रबंधन: चीनी का सेवन कम करने के साथ-साथ नियमित व्यायाम, वजन प्रबंधन, और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।
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निष्कर्ष
चीनी के अत्यधिक सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, खासकर जब यह मोटापा, इंसुलिन प्रतिरोध और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा होता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि संपूर्ण जीवनशैली और आहार के दृष्टिकोण से स्वास्थ्य को देखा जाए। चीनी का मध्यम सेवन और संतुलित आहार कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।