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आंतें सड़ा कर टाइफाइड पैदा कर रहा है ये इंफेक्शन? आयुर्वेद में छुपा है उपाय, जानें कैसे करें इस्तेमाल?

Prachi Jain • LAST UPDATED : October 14, 2024, 5:08 pm IST

India News (इंडिया न्यूज), Typhoid Casuses: टाइफाइड, जिसे मियादी बुखार के नाम से भी जाना जाता है, शरीर के लिए एक बड़ा दुश्मन है, खासकर तब जब मौसम में बदलाव होता है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन है, जो टाइफी बैक्टीरिया (Salmonella typhi) से होता है। यह बैक्टीरिया दूषित खाने-पीने की चीजों के जरिए आंतों तक पहुंचता है और फिर खून के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों में फैल जाता है। टाइफाइड एक गंभीर बीमारी है, जिसमें अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि इस बैक्टीरियल हमले को समय पर पहचानकर उचित उपचार किया जाए।

टाइफाइड के लक्षण

टाइफाइड के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और इनमें शामिल हैं:

  • तेज बुखार (103-104 डिग्री तक)
  • पेट दर्द
  • कब्ज या डायरिया
  • भूख में कमी
  • चेस्ट पर लाल निशान
  • ठंड लगना
  • सिरदर्द

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टाइफाइड के प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपचार

आयुर्वेद में टाइफाइड के इलाज के लिए कई प्रभावी घरेलू उपचार और काढ़े की सिफारिश की जाती है। यहां कुछ रामबाण उपचार दिए जा रहे हैं:

1. अंजीर-मुनक्का काढ़ा:

  • सामग्री:
    • अंजीर (5 पीस)
    • मुनक्का (10 दाने)
    • खूबकला (2 ग्राम)
  • तैयारी:
    • रात में तीनों को भिगो दें।
    • सुबह इसे सिलबट्टे पर पीसकर चटनी बना लें।
    • इस चटनी को पानी में उबालें और काढ़ा बनाकर रोज पिएं। यह टाइफाइड के संक्रमण को कम करने में मदद करेगा।

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2. वजन बढ़ाने के लिए डाइट:

  • रोटी, उबले आलू, केला, पनीर, और दही को अपने आहार में शामिल करें।
  • लिक्विड डाइट, जैसे फलों का जूस और हल्के सूप का सेवन करें।

3. आंत को मजबूत बनाने के उपाय:

  • गुलकंद, गुलाब की पत्तियां, सौंफ, इलायची, और शहद को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं।
  • रोज 1 चम्मच इस पेस्ट का सेवन करने से आंतें मजबूत होती हैं और टाइफाइड से उत्पन्न कमजोरी को दूर करने में मदद मिलती है।

टाइफाइड में परहेज

  • हाई फाइबर फूड: टाइफाइड के दौरान फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, क्योंकि ये पाचन तंत्र पर अधिक दबाव डाल सकते हैं।
  • मसालेदार और तली-भुनी चीजें: इनसे बचें क्योंकि ये पाचन तंत्र को और कमजोर कर सकते हैं।
  • घी-मक्खन: इनसे परहेज करें, क्योंकि ये खाने को भारी बनाते हैं और पाचन के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

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कब्ज और पाचन समस्याओं के लिए उपाय

  • सौंफ और मिश्री चबाएं, इससे कब्ज की समस्या दूर होती है।
  • जीरा, धनिया, और सौंफ के पानी का सेवन करें।
  • खाने के बाद अदरक का सेवन करें, जो पाचन में मदद करता है।

पेट के लिए फायदेमंद चीजें

  • पंचामृत का रोज सेवन करें।
  • गाजर, चुकंदर, लौकी, अनार, और सेब का जूस निकालकर पिएं। ये सभी शरीर को पोषण देते हैं और पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं।

इन प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपायों के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि सही समय पर डॉक्टर की सलाह ली जाए और आवश्यक दवाएं ली जाएं। टाइफाइड से बचने के लिए साफ-सफाई और शुद्ध पानी का सेवन बेहद जरूरी है।

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