India News (इंडिया न्यूज़), Diabetes, दिल्ली: डाईबिटीज़ के बढ़ते मरीजों की संख्या एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। डाईबिटीज़ को Control करने के लिए अपनी डाइट पर बहुत ध्यान देना चाहिए। ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके। आप शुगर लेवल्स को कंट्रोल कर सकते हैं। उन्हीं में से एक हैं बीज या सीड्स। ऐसे कई बीज है जो पोषण देने के साथ-साथ आपके ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ खूबियों से भरपूर बीजों के बारे में।

सूरजमुखी के बीज

सबसे पहले बात करते है सनफ्लावर सीड्स या सूरजमुखी के बीजों के बारे में सूरजमुखी के बीज फाइबर का एक अच्छा ऑप्शन हैं। जो शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। इनमें प्लांट प्रोटीन व हेल्दी फैट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए इन बीजों को एक हेल्दी नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। यह खाने में टेस्टी और कुरकुरे होते हैं। तो आप ये पसंद भी आएगें।

यह बीज सिर्फ शुगर लेवल ही कंट्रोल नहीं करते बल्कि इनके कई और भी फायदे हैं। जैसे कि ये इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करते हैं। साथ ही इनसे कोलेस्ट्रॉल कम होता है, यह स्किन और हार्ट के लिए फायदेमंद है। इतना ही नहीं यह कैंसर के खतरे को भी कम करता है।

सूरजमुखी के बीजों को डाइट में शामिल करने के लिए आप इन्हें हरी पत्तेदार सलाद के साथ, गर्म या ठंडे अनाज के साथ, फल या दही के साथ मिलाकर खा सकते हैं। इसके अलावा आप इन्हें भुनी हुई सब्जियों के ऊपर छिड़ककर, वेजी बर्गर में डालकर और पुलाव में मिलाकर भी खा सकते हैं। इससे ना सिर्फ आपको फायदा मिलेगा बल्कि आपका खाना और भी टेस्टी हो जाएगा।

अलसी के बीज

सूरजमुखी के बीज के अलावा अलसी के बीज भी बेहद फायदेमंद होते हैं। इन्हें फ्लैक्स सीड्स के नाम से भी जाना जाता है। अलसी के बीज तेल, पाउडर, गोलियों, कैप्सूल और आटे के फार्म में मार्केट में मिल जाते हैं। लोग इसे कब्ज, डाइबिटीज़, हाई कोलेस्ट्रॉल, हार्ट, कैंसर और कई बीमारियों को रोकने के लिए डाइट सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करते हैं।

टाइप-2 डाईबिटीज़ में अलसी के बीज यानि फ्लैक्स सीड बहुत फ़ायदेमंद होते हैं। यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। साबुत या पिसे हुए अलसी बीज को कम से कम। 12 सप्ताह तक इस्तेमाल किया जाए तो इसका पूरा लाभ मिलता है। यह डाइबीटिक लोगों की हेल्थ पर पॉजिटिव इफेक्ट डालते हैं। साथ ही यह कई बीमारियों के जोखिमों को कम करने में भी काम आते हैं। इनमें कब्ज, कैंसर, रेडिएशन और एलर्जी जैसी दिक्कतें शामिल हैं।

इन्हें आप बहुत ही आसानी से अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। अलसी के बीजों को पकाना आसान है। लोग इन्हें साबुत, भूनकर, चूरन बनाकर या आटे और तेल के रूप में ले सकते हैं। साबुत अलसी के बीजों को पचाना मुश्किल होता है इसलिए तेल के बजाय इसका चूरन खाना ज्यादा सही रहता है। इसके अलावा इन्हें जूस, पके हुए सामान, डेयरी प्रोडक्ट के साथ मिलाकर भी लिया जा सकता है। आप इन्हें लगभग हर चीज में मिलाकर खा सकते हैं।

 

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