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Correct way to do Halasana and Paschimottanasana स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए सीखें हलासन और पश्चिमोत्तानासन करने का सही तरीका

Sameer Saini • LAST UPDATED : November 21, 2021, 3:52 pm IST

Correct way to do Halasana and Paschimottanasana : बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित योग  करना बहुत जरूरी है। रोज व्यायाम करने से बीमारियों दूर रहती हैं और ताजगी भी महसूस करेंगे। आइए, जानते हैं कि शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए आप किन छोटे-छोटे अभ्यासों को कर सकते हैं। साथ ही जानिए साथ ही हलासन और पश्चिमोत्तानासन करने का सही तरीका।

सबसे पहले पहले थोड़ी देर श्वास-प्रश्वास का अभ्यास करें और ध्यान लगाएं व मन को शांत करें। इसके बाद योग प्रशिक्षिका सविता यादव ने कुछ सूक्ष्म अभ्यासों के जरिए शरीर को तैयार करते हुए योग से जुड़ी कुछ जरूरी बाते भी बताईं। सबसे पहले आप कपालभाति का 3 सेट्स में अभ्यास करें और फिर कुछ और योगाभ्यास. आइए, जानते हैं कि कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए हलासन और पश्चिमोत्तानासन कैसे करें। (Correct way to do Halasana and Paschimottanasana)

हलासन 

सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को जमीन पर ही रख दें। इसके बाद अपने पैरों को ऊपर की ओर ले जाएं और फिर धीरे-धीरे पीछे की ओर ले जाएं। अब पैरों को पीछे की तरफ जमीन पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इस अवस्था में रहने की कोशिश करें। इस आसन को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन भी संतुलित रहता है। साथ ही इस आसन से डायबिटीज के रोगियों को भी फायदा होता है। (Correct way to do Halasana and Paschimottanasana)

पश्चिमोत्तानासन

इस आसन को हलासन के साथ जोड़ते हुए करें। इसके लिए हलासन के बाद सबसे पहले दोनों पैरों को बाहर की ओर फैलाएं और जमीन पर बैठ जाएं। अब पैर की उंगलियों को आगे और जोड़कर रखें। अब गहरी सांस लेते हुए अपनी हाथों को ऊपर उठाएं। जहां तक हो सके अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं और पैरों की ऊंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें। शरीर को झुकाते हुए सिर से घुटनों को छूने की कोशिश करें। आपको बता दें कि इस आसन से हाई बीपी, अनिद्रा की समस्या से निजात मिल सकता है। (Correct way to do Halasana and Paschimottanasana)

साथ ही पेट की चर्बी को भी कम किया जा सकता है। हांलाकि, जिन्हें अस्थमा, पेट या पीठ में दर्द हैस वो इस आसन को करने से बचें। ध्यान रहे कि योगाभ्यास अपनी क्षमता अनुसार ही करना है। इस दौरान श्वास-प्रश्वास और व्यायाम से जुड़े विशेष नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। इसी के साथ सही मात्रा में सही पोषण लेना भी आवश्यक है। आप सूक्ष्म व्यायाम के जरिए ही आसानी से अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं। साथ ही बड़े आसनों के लिए अपने शरीर को तैयार भी कर सकते हैं।

(Correct way to do Halasana and Paschimottanasana)

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।

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