शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए अंडा अच्छा विकल्प माना जाता है। ये कई पोषक तत्वों से भरपूर रहता है, जो शरीर को फुतीर्ला बनाने में मददगार होता है। अंडे में प्रोटीन, आयरन, विटामिन ए, बी 6, बी 12, फोलेट, एमिनो एसिड, फास्फोरस और सेलेनियम एसेंशियल अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स (लिनोलिक, ओलिक एसिड), पाए जाते हैं।
उबले अंडे को प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। अंडे को प्रोटीन का राजा भी कहते हैं। यदि आप रेगुलर जिम जाते हैं या फिटनेस फ्रीक हैं, तो स्वभाविक तौर पर आप उबले अंडे के फायदों के बारे में जानते होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि इनके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं।
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि काबोर्हाइड्रेट का आप जितना कम सेवन करेंगे, यह आपको वजन घटाने में उतना ही मदद करेगा। हालांकि, यह लंबे समय तक टिकाऊ नहीं है, न ही आपके शरीर को संतुलित पोषण प्रदान करता है। उबले हुए अंडे वाली डाइट से आप शुरूआत में कुछ हद तक वजन कम कर सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि आपको इसके बेस्ट रिजल्ट्स ही मिलें।
बॉईल एग डाइट में दो उबले अंडे खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन याद रखें कि स्वास्थ्य वर्धक न्यूट्रियंट्स के साथ-साथ अंडे में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट भी होता है, जो हमारे लीवर और दिल को नुकसान पहुंचाता है। साल 2010 में कैनेडियल जर्नल आॅफ कार्डियोलॉजी में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट बताती है कि, जो लोग रोजाना अंडे खाते हैं, उनमें हृदय रोग का खतरा लगभग 20% ज्यादा होता है. लेकिन अगर आप हफ्ते में 2-3 बार दो अंडे खा रहे हैं, तो आपको परेशान हाने की जरूरत नहीं है। ये आपके लिए नुकसानदायक नहीं है।
उबले अंडों में कैलोरी कम होती है। यह साबुत अनाज और बीन्स जैसे कई हाई फाइबर फूड्स पर रोक लगाता है। यह कहा जाता है कि 50 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के पुरूषों को कम से कम 38 ग्राम फाइबर और महिलाओं को कम से कम 25 ग्राम फाइबर का सेवन करना ही चाहिए। अगर आप इससे कम मात्रा में फाइबर का सेवन करेंगे, तो कब्ज की शिकायत हो सकती है। कब्ज का खतरा तब ज्यादा बढ़ जाता है, जब आप केवल उबले अंडे खाते हैं। क्योंकि अंडों में फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है।
यदि आप थोड़े समय के लिए उबले अंडे खाते हैं और आमतौर पर स्वस्थ हैं, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप अपने वजन में बहुत जल्दी रिजल्ट रिणाम देखना चाहते हैं, तो शुरूआती स्टेज पर यह डाइट ठीक है, लेकिन रेगुलर इसे फॉलो करना आपके स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल बॉईल एग डाइट एक फैड डाइट है, जिसमें लोग वजन घटाने के लिए केवल अंडे, कुछ फल और नॉन-स्टार्च वाली सब्जियां खाते हैं। लेकिन लंबे समय तक इस डाइट को फॉलो करना ठीक नहीं है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भूलकर भी इस डाइट को फॉलो नहीं करना चाहिए। इस तरह की डाइट बाद में ज्यादा निराशा का कारण बन सकती है।
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