हेल्थ

भीषण गर्मी से चमगादड़ों की मौत बनी चिंता का विषय, जानें कैस-IndiaNews

India News (इंडिया न्यूज़), Bats: पूरा देश इस समय भीषण गर्मी से परेशान है। इस गर्मी से इंसान सहित जानवर भी काफी परेशान है। दिल्ली और कानपुर जैसे शहरों में गर्मी से बड़ी संख्या में चमगादड़ मर रहे हैं। इस घटना से चमगादड़ों के स्वास्थ्य के बारे में चिंता के साथ मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए संभावित खतरों के बारे में भी चिंता जताई जा रही है। क्योंकि चमगादड़ हमारे पारिस्थितिकी तंत्र में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 गर्मी से चमगादड़ों को नुकसान पहुंचाया

कानपुर के नाना राव पार्क में जहां पर सैकड़ो कि संख्या में चमगादड़ रहते हैं। यहां पर स्थानीय लोगों ने पेड़ों से चमगादड़ों को गिरते हुए देखा है। 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान रहने के कारण और ज्यादा गर्मी इन जीवों के लिए जानलेवा बनती जा रही है। चमगादड़ हमारे पारिस्थितिकी तंत्र में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये कीटों की आबादी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जो की किसानों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इससे कीट नियंत्रण रसायनों की आवश्यकता कम हो जाती है। कुछ उष्णकटिबंधीय पौधे परागण और बीज फैलाव के लिए भी चमगादड़ों पर ही निर्भर करते हैं। चमगादड़ों के खत्म होने से पारिस्थितिकी तंत्र में असंतुलन होने का खतरा है, जिससे संभावित रूप से कीटों की व्यापकता बढ़ सकती है और पौधों का प्रजनन भी प्रभावित हो सकता है।

NEET Exam Controversy: नीट परीक्षा को लेकर श‍िक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बड़ा ऐलान, जांच के लिए बनाई हाईलेवल कमेटी-IndiaNews

पर्यावरण और स्वास्थ्य जोखिम संबंधी चिंताएँ

चमगादड़ों की मौत से कई स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी चिंताएँ पैदा होती हैं। सड़ते हुए चमगादड़ों के शवों से जल के स्रोतों दूषित हो सकते हैं, जिससे कई बीमारियाँ हो सकती हैं। खास तौर पर जल निकायों के पास मरने वाले चमगादड़ों से प्रदूषण स्तर बढ़ सकता है, जिससे पीने के जल स्रोत प्रभावित हो सकते हैं और जूनोटिक बीमारियाँ फैल सकती हैं। चमगादड़ों की संख्या में कमी के कारण मच्छरों की आबादी में वृद्धि से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

चमगादड़ों के शवों का करें सुरक्षित निपटान

संभावित स्वास्थ्य जोखिमों से बचने और उनको कम करने के लिए मृत चमगादड़ों को संभालते समय काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इनके शवों को संभालने के लिए मोटे दस्ताने और लंबे औजारों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। यदि चमगादड़ की मौत हो गई है तो उन्हें गहरा गड्ढा खोदकर उसमें दफनाया चाहिए ताकि पालतू जानवरों और अन्य जानवरों की पहुंच से दुर रहे। हवा में मौजूद विषाणु के संपर्क में आने से बचने के लिए मृत चमगादड़ों वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना उचित है।

NEET Paper Leak Case: कहां से कनेक्शन और कितने में बिका पेपर? मास्टरमाइंड ने किया खुलासा

Ankita Pandey

Recent Posts

‘पहलवान हूं, कई बार गदा …’, सीओ अनुज चौधरी ने विरोधियों को दिया तीखा जवाब

India News(इंडिया न्यूज़) Sambhal CO Anuj Chaudhary: उत्तर प्रदेश के संभल के सीओ अनुज चौधरी…

28 minutes ago

BJP ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट, PM मोदी-अमित शाह समेत 6 राज्यों के CM उतरेंगे प्रचार में

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Assembly Elections: भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार (15 जनवरी, 2025) को दिल्ली…

55 minutes ago

कंपकंपाती ठंड में मूसलाधार बारिश की दस्तक, दिल्ली एनसीआर समेत इन राज्यों में बरसेंगे बादल

इसके प्रभाव से 16 जनवरी को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी की संभावना…

1 hour ago

भारत के मोस्ट वांटेड को मिला बांग्लादेश का प्यार, खूंखार आतंकी पर दिखाई दया, मामला जान खौल जाएगा खून

हाईकोर्ट ने मंगलवार को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के पूर्व गृह मंत्री लुत्फ़ुज्जमां बाबर और…

1 hour ago