India News (इंडिया न्यूज),Diabetes: भारत में बढ़ती मधुमेह की रोकथाम के उपायों पर चर्चा के लिए रिसर्च सोसायटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई) के उत्तर प्रदेश संस्करण का 14वां वार्षिक सम्मेलन आरएसएसडीआई यूपीकॉन 2025 शनिवार को आगरा में शुरू हुआ। दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश भर से 500 डॉक्टर और विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं, जो मधुमेह के नए उपचार, कारण और रोकथाम पर चर्चा करेंगे।
क्या कमर का आकार आपको बताएगा कि आपको डायबिटीज का कितना खतरा है? आप अपनी कमर के आकार से डायबिटीज के खतरे को जान सकते हैं। डॉ. प्रताप जेठानी के मुताबिक, भारत में आम धारणा है कि अगर किसी व्यक्ति का पेट निकला हुआ है, तो वह सुखी और समृद्ध है। लेकिन हकीकत इसके ठीक उलट है। निकला हुआ पेट यानी पेट का मोटापा डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण हो सकता है।
पेट पर चर्बी जमा न होने दें
शरीर के वजन से ज़्यादा कमर का घेरा ख़तरनाक होता है। इसे नाभि के पास मापा जाता है। पुरुषों में कमर का माप 90 सेमी से ज़्यादा और महिलाओं में 100 सेमी से ज़्यादा होने पर डायबिटीज़ का ख़तरा कई गुना बढ़ जाता है। जैसे-जैसे आपका पेट बढ़ता है, डायबिटीज़ और दूसरी बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ता है।
डायबिटीज़ से बचने के लिए पेट की चर्बी कम करना ज़रूरी है
डायबिटीज़ के ख़तरे को कम करना चाहते हैं, तो अपनी कमर के साइज़ को नियंत्रित करें। इसके लिए नियमित रूप से व्यायाम करें. रोज़ाना 30-40 मिनट तक टहलें, योग, प्राणायाम और स्ट्रेचिंग करें. संतुलित आहार लें। जंक फ़ूड, तले हुए खाद्य पदार्थ और ज़्यादा चीनी से परहेज़ करें।
तनाव कम करें
मानसिक तनाव भी मोटापे और डायबिटीज़ का कारण बनता है। ध्यान करें और पर्याप्त नींद लें. अपनी जीवनशैली में सुधार करें, देर रात तक जागने, अनियमित दिनचर्या और गतिहीन जीवनशैली से बचें। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो न सिर्फ़ पेट कम होगा बल्कि डायबिटीज़ और दूसरी बीमारियों के ख़तरे से भी काफ़ी हद तक बचा जा सकता है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।