Copper बचपन से हम सुनते आ रहे हैं कि तांबे के बर्तन में पानी पीने के कई लाभ होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यह एक मात्र ऐसा धातु है जिसमें एंटीबैटीरियल गुण होते हैं? जी हां, तांबे का प्रयोग कटने, सिरदर्द यहां तक के कोलेरा के ट्रिटमेंट में काफी फायदेमंद साबित हुआ है। इस मेटल का प्रयोग आयुर्वेद में भी बहुत उपयोगी माना जाता है। अगर घर पर प्रयोग होने वाले बर्तनों खासतौर पर पानी पीने के जग, ग्लास और बोतलों के लिए तांबे का प्रयोग किया जाए तो यह सेहत को काफी फायदा पहुचा सकता है।
तांबे में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो कैंसर के कारक फ्री रेडिकल्स और उनके दुष्प्रभाव को कम करने में मददगार हैं। तांबे में मेलानिन तत्व होता है जो हमारी त्वचा को यूवी से प्रोटेक्ट करता है और इसके नुक़सान से बचाता है। तांबा कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिइसराइड्स का स्तर घटाता है। यह थायरॉइड ग्रंथि के सुचारु कार्य करने में मदद करता है। यह हीमोग्लोबिन बनाने और शरीर में आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है। जिससे एनीमिया की शिकायत दूर होती है।तांबे में एंटी-इनफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। तांबे का पानी शरीर को अतिरिक्त चर्बी को कम करने में कारगर है। यह रक्त कोशिकाओं में मौजूद प्लाक को हटाकर रक्त संचार बढ़ाता है जिससे हार्ट डिजीज की आशंका घटती है। तांबा एक प्राकृतिक एंटी-बायोटिक है। तांबे का पानी पीने से दूषित जल के कारण होने वाले हैजा या कई प्रकार के संक्रमण से बचाया जा सकता है। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।
अगर आप रात में कॉपर के ग्लास, जग या बोतल में पानी रखें तो सुबह इस पानी को पिएं। बता दे कि 6 से 8 घंटे में यह पानी को फायदेमंद बना देता है। इसे पीने का सबसे हेल्दी तरीका है कि आप इसे खाली पेट पिएं। आप ध्यान रखें कि इसे दिन में दो बार भरें और पिएं। अधिक देर तक भी पानी इसमें स्टोर नहीं करना चाहिए।
जब भी आप इसका प्रयोग करें तो यह ध्यान रखें कि कुछ दिन प्रयोग कर इसे कुछ दिनों के लिए ब्रेक दें। उदाहरण के लिए एक महीना अगर आप इसका नियमित सेवन कर रहे हैं तो एक महीने बाद दो महीने के लिए इसे रख दें और नॉर्मल पानी पिएं।
कभी भी कॉपर बोटल या ग्लास आदि में गर्म या बहुत ठंडा पानी ना स्टोर करें। हमेशा इसमें रूम टेंपरेचर वाले पानी को ही स्टोर करें।
तांबे के बर्तन ऑक्सीजन और लिक्विड के संपर्क में आने से काले होने लगते हैं। ऐसे में इसे साफ करने का सबसे सही तरीका है कि इसे नींबू और नमक से स्क्रब करें।