India News (इंडिया न्यूज), Side Effects Of Eating Almonds in a Wrong Way: बादाम को अक्सर एक सुपरफूड के रूप में देखा जाता है। यह प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स, विटामिन ई, और कई अन्य न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम को अगर सही तरीके से न खाया जाए, तो यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है? प्रसिद्ध योगी और गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने इस बारे में एक महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसे जानकर आपको बादाम खाने का तरीका बदल सकता है।
सद्गुरु का कहना है कि अगर बादाम को भिगोकर नहीं खाया जाता, तो यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। तो आइए, जानते हैं कि भिगोए हुए बादाम से किस तरह सेहत को लाभ होता है, और बिना भिगोए हुए बादाम क्यों हानिकारक हो सकते हैं।
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क्यों कच्चे बादाम हो सकते हैं हानिकारक?
बादाम एक बीज होता है, और सभी बीजों में पेड़ बनने की क्षमता होती है। कुदरत ने इन बीजों के अंदर एक रक्षा प्रणाली विकसित की होती है, जो उन्हें बुरे तत्वों से बचाती है। यही कारण है कि बादाम में कार्सिनोजेनिक (कैंसरजनित) पदार्थ होते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख यौगिक Aflatoxin B1 है, जो लिवर कैंसर से जुड़ा हुआ माना जाता है।
यह यौगिक कच्चे बादाम में पाया जाता है और शरीर में जाते ही यह सक्रिय हो सकता है। इसलिए अगर लंबे समय तक कच्चे बादाम का सेवन किया जाए, तो यह शरीर में खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। इस खतरे से बचने के लिए, सद्गुरु ने बादाम को भिगोने और छिलका हटाने की सलाह दी है।
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भीगे हुए बादाम क्यों हैं बेहतर?
सद्गुरु के अनुसार, अगर बादाम को रातभर पानी में भिगोकर रखा जाए और फिर सुबह उनका छिलका उतारकर खाया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी होता है। भिगोने से बादाम के अंदर के कार्सिनोजेनिक कंपाउंड्स बाहर निकल जाते हैं, और बादाम के पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित हो सकते हैं। इसके अलावा, भिगोने के बाद बादाम पचने में आसान हो जाते हैं, जिससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है।
भीगे बादाम के फायदे
- कैंसर से बचाव: भीगे हुए बादाम में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा बढ़ जाती है, जो शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स से लड़ते हैं। ये फ्री-रेडिकल्स हमारे शरीर में कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसलिए भीगे हुए बादाम का सेवन कैंसर से बचाव करने में मदद करता है।
- मेमोरी बूस्टर: बादाम में विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक होते हैं। यह दोनों तत्व ब्रेन के कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, जिससे याददाश्त में सुधार होता है। बच्चों के लिए यह एक बेहतरीन नाश्ता हो सकता है, क्योंकि यह उनके मानसिक विकास को बढ़ावा देता है।
- ऊर्जा का स्रोत: बादाम में प्राकृतिक शुगर, फाइबर, और पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह शारीरिक कमजोरी और थकान को दूर करने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर को ग्लूकोज की सही मात्रा मिलती है, जिससे ऊर्जा की कमी का एहसास नहीं होता।
- हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी: भीगे बादाम में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं।
- डायबिटीज़ के लिए फायदेमंद: भीगे हुए बादाम में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों के लिए एक बेहतरीन आहार विकल्प हो सकता है।
कैसे खाएं बादाम?
- रात को भिगोकर रखें:
6-8 बादाम को रातभर पानी में भिगोकर रखें। - सुबह छिलका उतारें:
सुबह बादाम का पानी निकालकर इसका छिलका हटा दें। इस प्रक्रिया से अधिकांश कार्सिनोजेनिक तत्व बाहर निकल जाते हैं। - नियमित सेवन करें:
हर दिन कुछ भीगे हुए बादाम खाएं, ताकि आप इसके स्वास्थ्य लाभ का पूरा फायदा उठा सकें।
बादाम को सही तरीके से खाने से यह एक सुपरफूड बन सकता है जो हमारे स्वास्थ्य को कई तरीकों से फायदा पहुंचाता है। जबकि कच्चे बादाम में कुछ खतरनाक रासायनिक यौगिक होते हैं, भिगोकर खाए जाने पर ये तत्व नष्ट हो जाते हैं और बादाम का सेवन सुरक्षित और लाभकारी हो जाता है। इसलिए, अगर आप बादाम को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं, तो इसे भिगोकर और छिलका हटाकर खाना बेहतर रहेगा।
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सद्गुरु की सलाह को ध्यान में रखते हुए, अपने जीवन में यह छोटे लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव लाकर आप अपनी सेहत को और बेहतर बना सकते हैं।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।