India News (इंडिया न्यूज), How to Control Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। आमतौर पर यूरिक एसिड जोड़ों में जमा हो जाता है, जिसके कारण दर्द और चलने में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए आपको अपने खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको 5 ऐसी रोटियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो यूरिक एसिड की दुश्मन हैं और इन्हें खाने से कुछ ही दिनों में यह समस्या खत्म हो सकती है। यूरिक एसिड और गाउट जैसी समस्याओं से बचने के लिए खानपान का खास ख्याल रखना जरूरी है।
दरअसल, शरीर में यूरिक एसिड तब बढ़ता है, जब पुरानी कोशिकाएं टूटने लगती हैं और उनमें मौजूद प्यूरीन अधिक मात्रा में टूटने लगते हैं। इससे शरीर में यूरिक एसिड जमा होने लगता है, जो गाउट जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। हालांकि, कुछ खास खाद्य पदार्थों का सेवन करके यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। इन्हीं अहम खाद्य पदार्थों में से एक है रोटियां, जिन्हें अगर सही तरीके से बनाया जाए तो सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का सबसे अच्छा विकल्प जौ की रोटी है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने का काम करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह रोटी हल्की होती है और शरीर को संतुलित तरीके से पोषण प्रदान करती है, जिससे गाउट के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
यह रोटी खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है। बेसन में प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह रोटी पेट को लंबे समय तक भरा रखती है और गाउट के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक है।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने और गाउट की समस्या से राहत पाने के लिए गेहूँ की रोटी एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि इसमें कम से कम घी या तेल का इस्तेमाल किया जाए। गेहूँ की रोटी (घुन की रोटी) शरीर को ज़रूरी कार्बोहाइड्रेट प्रदान करती है, जो ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है। यह पाचन तंत्र को भी संतुलित रखती है। हालाँकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि ज़्यादा गेहूँ भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए बाजरे की रोटी भी एक अच्छा विकल्प है। यह फाइबर और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। साथ ही बाजरे की रोटी खाने से वजन भी कंट्रोल में रहता है, जिससे गाउट का खतरा कम हो सकता है। यह पाचन के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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