India News (इंडिया न्यूज़), Fatty Liver Symptoms & Causes: फैटी लिवर की समस्या पुरे भारत में आम हो चुकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल, खाना और डाइट होती है। बता दें की लिवर हमारे शरीर के काफी जरूरी अंगों में से एक होता है। वहीं अगर लिवर में थोड़ी भी तरह की परेशानी होती है तो इसका सीधा असर हमारी सेहत पर देखने को मिलता है। लिवर में फैट जमा होने से हमारा शरीर उतनी तेजी से काम नहीं कर पाता जैसे उसे करना चाहिए। फैटी लिवर की समस्या 2 तरह की होती है। पहली एल्कोहॉलिक फैटी लिवर और दुसरी नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर। इसरे साथ ही बताते चलें की एल्कोहॉलिक फैटी लिवर का सामना बहुत ज्यादा शराब के सेवन की वजह से भी करना पड़ता है। और वहीं, नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर का सामना खराब लाइफस्टाइल और खानपान से होता है।

  • इस वजह से बढ़ती है फैटी लिवर की समस्या
  • फैटी लिवर के लक्षण

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इस वजह से बढ़ती है फैटी लिवर की समस्या

फैटी लिवर की समस्या से बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल और खानपान का काफी ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आगे चलकर आपको फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। अगर आप दिनभर में अधिकतर समय बैठे रहते हैं तो इससे फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक बैठे रहने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है जिससे स्वस्थ शरीर के लिवर में भी फैट जमने लगता है।

बहुत अधिक फास्ट फूड्स का सेवन करने से भी लिवर में फैट जमा होने लगता है। बता दें की क्योंकी फास्ट फूड्स में अनहेल्दी फैट, शुगर और रिफाइंड कार्ब्स होते हैं जिससे लिवर पर ज्यादा दबाव पड़ता है।

शराब पीने से भी फैटी लिवर की समस्या का सामना करना पड़ता है। ज्यादा शराब पीने से लिवर को पचाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है और अपनी क्षमता से बढ़कर काम करना पड़ता है।

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डाइट में सब्जियों को शामिल ना करने से भी फैटी लिवर की समस्या देखी जाती है। सब्जियों को फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो लिवर में फैट को जमा होने नहीं देते हैं।

इसके साथ ही सबसे बड़ी वजह फैटी लिवर की होती है देर रात खाना खाना। देर से खाना खाने से आपके शरीर का फैट मेटाबॉलिज्म और पाचन बाधित हो सकता है। और लिवर में फैट जमा होने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे फैटी लीवर का खतरा बढ़ जाता है।

फैटी लिवर के लक्षण

नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के लक्षण शुरुआत में नज़र नहीं आते। आमतौर पर इस बिमारी में पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द होना शुरु हो जाता है। इसके अलावा, अत्यधिक थकान, हाथ या पैर की नसों का मोटा होना, आंखों और त्वचा का पीला पड़ना भी इस बिमारी के लक्षण हो सकते हैं। जब यह एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है, तो लिवर में सूजन और पेट में असहनीय दर्द का सामना भी करना पड़ सकता है। हाथ, पैर, आंख और त्वचा पर दिखने वाले लक्षण भी आखिरी स्टेज में ही दिखते हैं।

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