India News (इंडिया न्यूज़), High Uric Acid: शरीर में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो हमें फायदेमंद और स्वस्थ रखते हैं, लेकिन इनके कम या ज्यादा होने पर शरीर कई तरह की बीमारियों से घिर जाता है। इन्हीं में से एक है यूरिक एसिड। जी हां, यूरिक एसिड (Uric Acid) का सही स्तर शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन इसका हाई लेवल व्यक्ति के लिए उठना-बैठना मुश्किल कर देता है। हाई यूरिक एसिड के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। यह किडनी में पथरी भर देता है और डायबिटीज से लेकर कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को जन्म देता है।
इसके कारण किडनी तक डैमेज हो जाती है। वहीं, हाई यूरिक एसिड का मुख्य कारण प्रोटीन युक्त भोजन का अधिक सेवन और वर्कआउट न करना है। तो यहां जान लें कि यूरिक एसिड क्या है और इसके हाई होने पर व्यक्ति को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यूरिक एसिड क्या है?
यूरिक एसिड एक तरह का एसिड है, जो हमारे शरीर में तब बनता है जब हम ज़्यादा प्रोटीन खाते हैं और उसे पचा नहीं पाते हैं तो यह प्यूरीन का रूप ले लेता है। प्यूरीन जम जाता है और टूटकर खून में मिल जाता है। यह शरीर के जोड़ों के बीच क्रिस्टल के रूप में जम जाता है। इससे जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। इसके कारण व्यक्ति का उठना-बैठना मुश्किल हो जाता है। इसकी अधिकता हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है। यह गठिया से लेकर किडनी में पथरी तक का कारण बनता है। हाई यूरिक एसिड की वजह से ये समस्याएं होने लगती हैं।
डायबिटीज
यूरिक एसिड बढ़ने से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है, जिससे इंसुलिन का संतुलन प्रभावित होता है। डायबिटीज के रोगियों को हाइपरयूरिसीमिया (अधिक यूरिक एसिड) का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज के रोगियों को समय-समय पर शुगर और यूरिक एसिड की जांच करानी चाहिए।
जोड़ों में दर्द और सूजन
यूरिक एसिड अधिक होने से बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक के जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। इससे हड्डियों के बीच गैप बन जाता है। इससे परेशानियां बढ़ जाती हैं।
किडनी खराब होने की संभावना
किडनी शरीर से अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकालती है, जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो इसका किडनी पर बहुत असर पड़ता है। इस यूरिक एसिड को बाहर निकालने में किडनी खराब होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
ब्लड प्रेशर
रक्त में यूरिक एसिड का उच्च स्तर ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। अगर समय रहते यूरिक एसिड को कम नहीं किया गया तो यह ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
हृदय रोग
हृदय रोगियों के लिए यूरिक एसिड का उच्च स्तर हानिकारक हो सकता है। अगर यह बढ़ जाता है तो हार्ट अटैक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हृदय रोगियों को यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित करने की आवश्यकता है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।