India News (इंडिया न्यूज़), Hoarding Disorder: आजकल का लाइफस्टाइल ऐसा हो गया हैं कि इंसान अपने ऊपर ध्यान देना ही भूलता जा रहा हैं। कई बार तो इसके चलते इसकी कीमत उसके शरीर को चुकानी पड़ जाती हैं। आजकल व्यक्ति में बेहद ही अजीबो-गरीब किस्म की बीमारियां देखने को मिलती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं एक बीमारी और भी हैं जिसके बारे में सुनते ही आपके होश उड़ जायेंगे।

वह बीमारी हैं किसी भी इंसान का कोई पुरानी पड़ी चीज़ का ना फेंक पाना। पुरानी चीजों को फेंकना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है, और यह एक मानसिक स्थिति का संकेत हो सकता है जिसे “हॉर्डिंग डिसऑर्डर” कहा जाता है। यह एक प्रकार की मानसिक बीमारी है जिसमें व्यक्ति अनावश्यक चीजों को इकट्ठा करता है और उन्हें फेंकने में कठिनाई महसूस करता है।

हॉर्डिंग डिसऑर्डर के लक्षण:

  • भावनात्मकAttachment: व्यक्ति पुरानी चीजों के प्रति अत्यधिक भावनात्मक जुड़ाव महसूस करता है।
  • निर्णय लेने में कठिनाई: उन्हें यह तय करने में कठिनाई होती है कि क्या रखना है और क्या फेंकना है।
  • घर की अव्यवस्था: चीजों का इकट्ठा होना और घर का अव्यवस्थित होना।

इससे निपटने के उपाय:

  • छोटे कदम उठाना: धीरे-धीरे कम करने की कोशिश करें, एक समय में एक ही चीज़ पर ध्यान दें।
  • सहायता लेना: परिवार या दोस्तों से मदद लें, वे आपकी दृष्टि को स्पष्ट कर सकते हैं।
  • व्यावसायिक सहायता: मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मदद लेना भी सहायक हो सकता है।

निष्कर्ष

पुरानी चीजों को फेंकने में कठिनाई होना सामान्य है, लेकिन अगर यह आपकी जिंदगी में परेशानी पैदा कर रहा है, तो इसे गंभीरता से लेना आवश्यक है। हॉर्डिंग डिसऑर्डर एक वास्तविक समस्या है, और इसका समाधान संभव है।

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