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How To Take Care After Miscarriage : गर्भपात के बाद महिलाएं रखें ये ख्याल, नहीं तो होगी दिक्कत

Mukta • LAST UPDATED : September 16, 2021, 12:12 pm IST

How To Take Care After Miscarriage: वे महिलाएं जिनका किसी कारणवश miscarriage हुआ है उन्हें बहुत एहतियात रखने की जरूरत है। इस समय शरीर कई बदलावों से गुजरता है। गर्भपात के कारण कई महिलाओं को ज्यादा समस्याएं नहीं होती हैं। वहीं, कुछ मामलों में गर्भपात के बाद ऐसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं जिनसे जान का खतरा हो सकता है। किसी भी महिला के लिए गर्भपात बहुत पीड़ादायक होता है। गर्भपात के कारण महिला को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। miscarriage के दौरान महिला का शरीर कई बदलावों से गुजरता है। ऐसे में गर्भपात के बाद महिला को खास देखभाल की जरूरत होती है। गर्भपात के कारण कई महिलाओं को ज्यादा समस्याएं नहीं होती हैं। वहीं, कुछ मामलों में गर्भपात के बाद ऐसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं जिनसे जान का खतरा हो सकता है। ऐसे में समय रहते डॉक्टर की सलाह लेना बेहद आवश्यक है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि गर्भपात के बाद कौन सी समस्याएं हो सकती हैं-

Care After Miscarriage : अत्यधिक bleeding

Miscarriage के बाद कई महिलाओं को ब्लीडिंग नहीं होती है। वहीं, कुछ महिलाओं को miscarriage के बाद 2 हफ्तों तक ब्लीडिंग हो सकती है। लेकिन अगर आपको हैवी bleeding की समस्या है और यह सामान्य अवधि से लंबे समय तक जारी है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर आपको हर थोड़ी-थोड़ी देर में sanitary pad बदलना पड़ रहा है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके गर्भाशय में किसी प्रकार की चोट लगी है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें।

किसी प्रकार का संक्रमण  Care After Miscarriage

miscarriage के बाद संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। यदि आपको दो हफ्तों से ज्यादा ब्लीडिंग, बुखार, ठंड लगना और वैजाइना से बदबूदार discharge जैसी समस्याएं हों तो यह संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में किसी डॉक्टर से संपर्क करें और संक्रमण की पहचान करके इलाज करवाएं।

Care After Miscarriage असहनीय दर्द

miscarriage से पहले गर्भाशय का आकार बढ़ जाता है और कुछ दिनों में यह अपने सामान्य आकार में आ जाता है। ऐसे में दर्द और क्रैंप्स होना सामान्य बात है। लेकिन कभी -कभी यह दर्द बहुत अधिक हो सकता है। कुछ मामलों में यह दर्द इतना खतरनाक होता है कि यह आपको बिस्तर पर पहुंचा देता है। यह दर्द इस बात का संकेत है कि गर्भाशय में थक्के हैं जो शरीर से बाहर निकलने में असमर्थ हैं और इसलिए या किसी आंतरिक संक्रमण के कारण यह दर्द हो सकता है। इसके अलावा गर्भपात के बाद बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी दर्द हो सकता है।

Depression और अन्य समस्या Care After Miscarriage

miscarriage होना किसी भी महिला के लिए दुखद होता है। ऐसे में कई बार महिलाओं को miscarriage के बाद डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याएं हो जाती हैं। प्रेगनेंसी में आए हॉर्मोनल बदलावों के कारण ऐसा हो सकता है। वहीं कुछ महिलाऐं गर्भपात के बाद खुद को ज्यादा भावुक और अकेला महसूस करती हैं। ऐसे में महिला को अपने खानपान और जीवनशैली पर दयँ देना चाहिए और अवसाद से बाहर निकलने की कोशिश करनी चाहिए। कुछ मामलों में miscarriage के बाद अवसाद से बाहर निकलने के लिए चिकत्सीय सलाह भी जरुरी होती है।

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