India News(इंडिया न्यूज), Panic Attack: आज के समय में बहुत से लोग पैनिक अटैक जैसे गंभीर रोगों का शिकार बन चुके हैं और कई बार उनकी स्थिति बिगड़ने लगती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके इस रोग को आप घर बैठे नियंत्रित कर सकते हैं और अपने शरीर का ध्यान रख सकते हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि यदि आपको कभी अचानक पैनिक अटैक आता है तो आप किस प्रकार खुद के तनाव को कम कर पाएंगे।
लोग अक्सर एंग्जायटी और पैनिक अटैक को एक ही चीज समझते हैं। लेकिन आपको बता दें, एंग्जायटी और पैनिक सुनने में काफी हद तक एक जैसे लगते हैं लेकिन इन दोनों समस्याओं में काफी अंतर है। एंग्जायटी एक तरह का मानसिक विकार है, जबकि पैनिक अटैक कई बार किसी डर की वजह से होता है। हालांकि, दोनों ही चीजें शरीर के लिए काफी खतरनाक हैं। पैनिक अटैक कहीं भी, कभी भी हो सकता है, लेकिन यह अक्सर उन लोगों को होता है जिन्हें पैनिक डिसऑर्डर या एंग्जायटी डिसऑर्डर होता है। इस समस्या से बचने के लिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय जानना बहुत जरूरी है।
एंग्जायटी और पैनिक अटैक महसूस होने पर खुद को तनाव मुक्त रखने के लिए आप खट्टी चीजों का सेवन कर सकते हैं। अगर आप तनाव के दौरान या चिंता होने पर नींबू जैसी खट्टी चीजों का सेवन करते हैं, तो आपका ध्यान चिंता से हटकर नींबू के खट्टे स्वाद की ओर चला जाता है। अगर आपको नींबू पसंद नहीं है, तो आप कोई कैंडी भी खा सकते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करके आप बेहतर महसूस कर सकते हैं। रोजाना व्यायाम करने से एंग्जायटी महसूस होने की संभावना कम हो सकती है। एंग्जायटी और पैनिक अटैक से दूर रहने के लिए व्यक्ति को हफ्ते में कम से कम 5 दिन 45 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो रोजाना 10 मिनट की सैर भी आपके लिए कमाल कर सकती है।
आज के समय में व्यक्ति का ज्यादातर समय सोशल मीडिया और स्क्रीन के सामने बैठकर बीतता है। जो तनाव पैदा करने का एक बड़ा कारण है। ऐसे में प्रकृति के साथ कुछ समय बिताने से आपका दिमाग शांत हो सकता है और तनाव और पैनिक अटैक की संभावना कम हो सकती है। इसके लिए आप घर की बालकनी में लगे पौधों की देखभाल करके या सैर पर जाकर तनाव, चिंता और डिप्रेशन को कम कर सकते हैं। ऐसा करने से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल, हृदय गति और स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में मदद मिलेगी। जो अक्सर चिंता महसूस होने पर बढ़ जाते हैं।
नियमित रूप से मेडिटेशन का अभ्यास करने से चिंता कम करने में मदद मिलती है। यह आपको अपने जीवन पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। दरअसल, दिनभर काम में व्यस्त रहने से शरीर के साथ-साथ दिमाग भी थक जाता है और उसकी ऊर्जा खत्म हो जाती है। ऐसे में दिमाग को ऊर्जा देने के लिए मेडिटेशन बहुत जरूरी है।
जब भी आपको अचानक घबराहट या चक्कर आए तो गहरी सांस लेना शुरू कर दें। नाक से तेजी से सांस लें। इसके बाद सांस को कुछ देर तक रोककर रखें और फिर दोबारा गहरी सांस लें। मुंह से भी ऑक्सीजन लेने की कोशिश करें। कुछ देर तक मुंह से सांस रोककर रखें और फिर मुंह को दोबारा ऑक्सीजन से भरें।
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। बता…
Plane Crash News: असम के जोरहाट जिले के टेकेलगांव गांव में 4 नवंबर 1977 की…
India News (इंडिया न्यूज), Bihar Traffic Rules: बिहार के परिवहन विभाग ने राज्य में यातायात…
इस प्लान को लेकर कैलिफोर्निया के सुधार और पुनर्वास विभाग का कहना है कि मौजूदा…
India News (इंडिया न्यूज), MP Road Accident: भीलवाड़ा बाईपास पर धूलखेड़ा के निकट सोमवार को…
Mistakes That Cause Gas: गलत खान-पान, मौसम में बदलाव और खराब जीवनशैली की वजह से…