India News (इंडिया न्यूज),Jhilur Phool Benefits:आयुर्वेद में ऐसी कई चीजों का जिक्र है, जो सेहत के लिए औषधि का काम करती हैं। ये चीजें हमारे आस-पास ही हैं, लेकिन सही जानकारी के अभाव में हम इनका लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं। झिरहुल ऐसे ही चमत्कारी पौधों में से एक है। यह आकर्षक और रंग-बिरंगा फूल न सिर्फ बगीचों की खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि इसके कई औषधीय गुण इसे एक बेहतरीन प्राकृतिक औषधि बनाते हैं। इसके सही इस्तेमाल से आप कई गंभीर समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
इसे लेकर 2022 में एक शोध किया गया था। अब सवाल यह है कि झिरहुल सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद है? झिरहुल पर किए गए शोध में क्या सामने आया? आयुर्वेद में झिरहुल के क्या फायदे हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में-
Jhilur Phool Benefits: ये एक रंग-बिरंगा पौधा मचा देगा तहलका!
रिसर्च गेट के अक्टूबर 2022 के शोध के अनुसार, झिरहुल का इस्तेमाल आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में प्राचीन काल से होता आ रहा है। इसके फूल, पत्ते और यहां तक कि इसकी जड़ें भी औषधीय गुणों से भरपूर हैं। आयुर्वेद में इसे त्रिदोष नाशक माना जाता है, यानी यह वात, पित्त और कफ तीनों को संतुलित करने में मदद करता है।
ज़िरहुल के फूलों का इस्तेमाल बालों की देखभाल में सबसे ज़्यादा किया जाता है। यह बालों का झड़ना रोकता है, रूसी को कम करता है और बालों की प्राकृतिक चमक को बनाए रखता है। इसका तेल बालों की जड़ों को पोषण देता है और नए बाल उगाने में मदद करता है।
यह फूल त्वचा संबंधी समस्याओं में भी फायदेमंद है। झिरहुल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल तत्व त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं और मुंहासे, दाग-धब्बे कम करने में मदद करते हैं। इसका फेस पैक त्वचा में निखार लाने के लिए कारगर माना जाता है।
अगर झिरहुल का सेवन चाय के रूप में किया जाए तो यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स और फ्लेवोनॉयड्स दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मददगार है।
इसके फूलों से बनी चाय पाचन तंत्र को मजबूत करती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। यह शरीर को डिटॉक्स करने का भी काम करता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
झिरहुल को महिलाओं के लिए खास तौर पर फायदेमंद माना जाता है। यह मासिक धर्म को नियमित करने, दर्द को कम करने और हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने में मददगार है। महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए कई पारंपरिक उपायों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
झिरहुल के फूलों को सुखाकर चाय बनाई जा सकती है। इसकी पत्तियों और फूलों का पेस्ट त्वचा और बालों पर लगाया जा सकता है। आयुर्वेदिक सलाह के तहत इसके अर्क का सेवन करना उचित है।