इंडिया न्यूज़ (दिल्ली):प्रसिद्ध हेल्थ केयर कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (जे एंड जे) ने कहा की वह साल 2023 से वैश्विक स्तर पर अपने टैल्क-आधारित बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर देगा। कंपनी ने अमेरिका और कनाडा में दो साल पहले बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर दी थी.

2020 में, जॉनसन एंड जॉनसन ने घोषणा की थी की वह दोनों उत्तरी अमेरिकी देशों में अपने टैल्क बेबी पाउडर की बिक्री बंद कर देगा क्योंकि कानूनी चुनौतियों के बीच उत्पाद की सुरक्षा के बारे में “गलत सूचना” फैलाए जाने के कारण मांग गिर गई है.

कंपनी को हजारों मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है, मुकदमों में दावा किया गया है की उसके टैल्क उत्पादों में एस्बेस्टस है, जो कैंसर का कारण बनता है.

एस्बेस्टस ग्रीक भाषा का शब्द है। इसका मतलब होता है ऐसा पदार्थ जो आग नहीं पकड़ता, यह प्राकृतिक रूप से मिलने वाले सिलिकेट का एक प्रकार है। यह पदार्थ चट्टानों में मिलता है और इसकी खानें भी होती हैं। आग न पकड़ने की क्षमता के चलते इस रेशेदार मैटीरियल का इस्तेमाल निर्माण उद्योग में खूब किया जाता था है। ये सीमेंट के साथ आसानी से प्रोसेस किया जा सकता है.

मुक़दमे लड़ने में खर्च हुए करोड़ो रूपए

जॉनसन एंड जॉनसन अब तक अपने खिलाफ हुए मुकदमों को लड़ने के लिए करोड़ो रुपये खर्च कर चुकी है.

साल 2016 में, अमेरिका के मिसौरी राज्य की कोर्ट ने जॉनसन एंड जॉनसन को एक महिला के परिवार को 72 मिलियन डॉलर के भुगतान करने का आदेश दिया था। महिला की मृत्यु कैंसर से हो गई थी, जिसकी मृत्यु हुए वह दशकों तक कंपनी के बेबी पाउडर और शावर टू शावर स्त्री स्वच्छता उत्पाद का उपयोग कर चुकी थी.

साल 2017 में एक अमेरिकी अदालत ने जॉनसन एंड जॉनसन को एक महिला को 417 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया था, महिला ने दावा किया था कि कंपनी के टैल्क-आधारित उत्पादों का उपयोग करने के बाद उसके अंदर ओवरी कैंसर का विकास हुआ.