होम / जानिए किन कारणों से तापमान का सीधा असर दिमाग पर पड़ता ?

जानिए किन कारणों से तापमान का सीधा असर दिमाग पर पड़ता ?

Suman Tiwari • LAST UPDATED : September 15, 2022, 10:25 am IST

इंडिया न्यूज (FACTORS AFFECTING TEMPERATURE)
तापमान का सीधा संबंध दिगाग और व्यवहार से होता है। ज्यादा गर्मी या ठंड दोनों ही गुस्से और नफरत से भर देती हैं। हाल ही में अमेरिका के 773 शहरों में रहने वाले लोगों के व्यवहार पर तापमान के हिसाब से अध्ययन किया गया। जिसमें पता चला कि अधिक गर्म या ज्यादा ठंड होने पर इंसान में गुस्सा बढ़ता है। तो चलिए जानेंगे किन कारणों से तापमान का सीधा असर दिमाग पर पड़ता है।

हेट स्पीच की वजह क्या?

रिपोर्ट मुताबिक अमेरिका के हीट वेव के दौरान ऑनलाइन हेट स्पीच या हेट टेक्सट के मामले बढ़ गए। अमेरिका में 25फीसदी ब्लैक और 10फीसदी हिस्पैनिक लोग ऑनलाइन हेट स्पीच का सबसे ज्यादा शिकार होते हैं। मौसम में बदलाव की वजह से एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोग चार गुना ज्यादा ऑनलाइन हेट स्पीच का शिकार हुए।

रेगीस्तानी इलाकों में कितने हेट स्पीच वाले ट्वीट

रेगीस्तानी इलाकों में जहां तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस था, हेट स्पीच वाले ट्वीट में 22 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। इस अध्ययन अनुसार अधिक औसत आय वाले वे इलाके जहां लोग एसी अफोर्ड कर सकते हैं, वहां भी जब तापमान बढ़ा तो लोगों ने गुस्से में हेट ट्वीट्स खूब किए। वे कहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि हम मौसम के साथ सामंजस्यता नहीं बना पाते।

हेट स्पीच के 7 करोड़ 50 लाख ट्वीट्स

  • द लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ की टीम ने पोट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट इम्पैक्ट रिसर्च के लियोनी वेंज के नेतृत्व में मई 2014 से मई 2020 तक के 6 साल में अमेरिका में किए गए 400 करोड़ ट्वीट्स की जांच की। इसके लिए इन्होंने आॅर्टीफिशियल इंटेलिजेंस से एलगोरिदम तैयार किया, जो हेट स्पीच को पहचानता था। इसमें 7 करोड़ 50 लाख ट्वीट हेट स्पीच के थे, यानी कुल ट्वीट के 2 फीसदी।
  • टीम ने यह जांच की कि कौन से ट्वीट किस इलाके से किए गए और वहां उस दिन का मौसम कैसा था। जहां तापमान 15 से 18 डिग्री सेल्सियस था वहां हेट स्पीच ट्वीट थोड़े ज्यादा हुए। -3 से -5 डिग्री सेल्सियस के तापमान में रह रहे लोगों ने दूसरे से 12.5 फीसदी ज्यादा हेट स्पीच वाले ट्वीट किए।

यूनाइटेड नेशन की हेट स्पीच की परिभाषा को आधार माना

हेट स्पीच के लिए शोधकतार्ओं की टीम ने यूनाइटेड नेशन की परिभाषा को मानक माना। इसके मुताबिक, किसी भी व्यक्ति या समूह पर उसके धर्म, नस्ल, राष्ट्रीयता, रंग, लिंग या और किसी पहचान के आधार पर किसी तरह की अपमानजनक टिप्पणी हेट स्पीच के तहत आती है। इसमें सबसे बड़ी मुश्किल उन टिप्पणियों का वर्गीकरण करने में आईं, जो एक समूह या समुदाय के लिए सम्मान या प्यार तो दूसरे के लिए अपमानजनक था।

ये भी पढ़ें: जिंदगी में खुद को शांत रखना है, तो ये तरीके अपनाएं

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Connect With Us : Twitter | Facebook Youtub

Tags:

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.