इंडिया न्यूज (Why Baby is Not Gaining Weight)
शिशुओं की सेहत के लिए मानसिक और शारीरिक विकास जरूरी होता है। माता-पिता का हमेशा यह प्रयास रहता है कि उनके बच्चे का विकास संपूर्ण और स्वस्थ हो। शिशु का शारीरिक विकास मुख्य रूप से उसके वजन में वृद्धि व उसकी स्थिरता पर निर्भर करता है। शिशु का सही वजन उसके पूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। तो चलिए जानेंगे अगर शिशु का वजन बढ़ाना है तो कौन सा तरीका अपनाएं।

बच्चे का वजन न बढ़ने की वजह?

  • बच्चे को पर्याप्त कैलोरीज न मिलने के कारण वजन बढ़ना रुक सकता है। अगर बच्चा स्तनपान नहीं कर रहा है, तो उसका वजन घट सकता है और ग्रोथ रुक सकती है।
  • अगर शिशु पोषक तत्वों को सोख नहीं पा रहा है तो उसकी ग्रोथ कम होगी और वजन नहीं बढ़ेगा। ऐसा होने पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • शिशुओं का बीएमआई कम है, तो उसके विकास में रुकावट होगी और वजन नहीं बढ़ेगा। जीभ में समस्या होना भी शिशु का वजन न बढ़ने का एक कारण हो सकता है।
  • कमजोर मांसपेशियां या ऊर्जा की कमी के कारण भी शिशुओं का वजन बढ़ना रुक सकता है। अगर शिशुओं को बुखार है, तो उसकी ग्रोथ रुक सकती है।

क्यों छोटे बच्चों के लिए मां का दूध जरूरी?

शिशु के लिए कैलोरी का सबसे जरूरी स्रोत मां का दूध है। शिशु के सही विकास के लिए उसे स्तनपान करवाना जरूरी होता है। बच्चा स्तनपान नहीं कर पा रहा है, तो आप उसे कटोरी-चम्मच से भी मां का दूध पिला सकते हैं। बता दें बच्चे को किसी भी स्थिति में मां का दूध मिलना चाहिए। क्योंकि मां का दूध बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है।

बच्चे का वजन कैसे बढ़ाएं?

शिशु को स्तनपान करने में मदद करें। आप गौर करें कि बच्चे का पेट भर रहा है या नहीं। शिशु का जन्म प्रसव पूर्व हुआ है, तो उसका वजन बढ़ने में समय लग सकता है। कहा जाता है कि अगर बच्चा स्तनपान नहीं कर पा रहा है, तो उसे ड्रॉपर या बोतल की मदद से मां का दूध पिलाने की कोशिश करें। अगर शिशु का वजन बढ़ता हुआ नजर नहीं आ रहा है या जन्म के 3 महीनों बाद वजन बढ़ना बंद हो गया है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

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