(इंडिया न्यूज़, Leave these 10 bad habits, otherwise kidney will be badly damaged): इंसान के शरीर में किडनी एक महत्वपूर्ण अंग है, जो विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालती है और खून को साफ रखने में मदद करती है। किडनी, शरीर से पेशाब के जरिए अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है। शरीर के तमाम रसायनों जैसे सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम को संतुलित रखने में भी किडनी की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में अगर किसी कारण अगर किडनी खराब हो जाती है तो शरीर के नुकसानदायक तत्व बाहर नहीं निकल पाते। यह तत्व शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलकर जान का जोखिम बढ़ा सकते हैं। जीवन शैली की कुछ बुरी आदतों के कारण किडनी को नुकसान पहुंच सकता है और किडनी डैमेज हो।

दवाओं का अधिक प्रयोग

कई बार होता है किसी प्रकार के दर्द की शिकायत होने पर बिना डॉक्टरी सलाह के दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग करते हैं। लेकिन दर्द निवारक दवाओं का अत्यधिक सेवन किडनी के लिए नुकसानदायक हो सकता है। किडनी की बीमारी होने पर दर्द निवारक दवाएं अधिक प्रभावित करती हैं। ऐसे में इन का नियमित उपयोग कम कर दें।

नॉन-वेज का अत्यधिक सेवन

किडनी के लिए अत्यधिक मांस का सेवन हानिकारक है। मांस खून में एसिड उत्पत्र करता है। मांस एसिडोसिस का कारण बन सकता है। किडनी की सेहत के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है, इसके लिए डाइट में फलों और सब्जियों का सेवन शामिल करें।

पानी की कमी

शरीर की सेहत के लिए हाइड्रेटेड रहना जरूरी है लेकिन पानी की कमी के कारण शरीर कई रोगों से पीड़ित रहता है। बहुत सारा पानी पीने से किडनी स्टोन से बचा जा सकता है। किडनी फेलियर से बचने के लिए भी शरीर में पानी की कमी को पूरा करना चाहिए।

नींद पूरी करें

जिन लोगों को नींद पूरी नहीं होती, उनके शरीर को पूरी तरह से आराम नहीं मिल पाता। किडनी के लिए समग्र स्वास्थ्य का बेहतर रहना जरूरी है। नींद से जागने के चक्र द्वारा किडनी का कार्य नियंत्रित होता है और किडनी सही से कार्य करती है।

नमक का उपयोग

किडनी के लिए नमक और चीनी का अधिक उपयोग नुकसानदायक है। नमक में पाया जाने वाला हाई डायटरी सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है, जो किडनी पर असर करता है। किडनी के मरीज या अधिक ब्लड प्रेशर के मरीज कम नमक या बिना नमक वाले भोजन का सेवन करें।

अधिक शुगर वाले फूड्स

शरीर के लिए अधिक शुगर भी नुकसानदायक है। शुगर मोटापा बढाने, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का जोखिम बढ़ाता है। इसलिए मीठे का सेवन सीमित मात्रा में करें। ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें, जिसमें प्रोसेस्ड शुगर शामिल हो।

गतिहीन होना

जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं और शरीर को सक्रिय नहीं रखते, उनके किडनी पर नुकसान होने की संभावना अधिक रहती है। शारीरिक गतिहीनता शरीर के लिए भी नुकसानदायक है और कई तरह के रोगों के विकास की वजह बनती है।

प्रोसेस्ड खाद्य सामग्री

किडनी समेत समग्र शरीर की सेहत के लिए पौष्टिक खानपान होना चाहिए। वहीं प्रोसेस्ड फूड में सोडियम और फास्फोरस की मात्रा होती है। किडनी की बीमारी वाले लोगों को फास्फोरस के सेवन से बचना चाहिए।

शराब का सेवन

नियमित तौर पर शराब पीने से किडनी डैमेज हो सकती है। क्रोनिक किडनी रोग के जोखिम को शराब दोगुना कर सकती है। अधिक शराब या धूम्रपान के सेवन से बचें।

धूम्रपान

धूम्रपान फेफड़ों और हृदय की सेहत के लिए नुकसानदायक है। धूम्रपान किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। धूम्रपान के कारण मूत्र में प्रोटीन की संभावना अधिक होती है, जो किडनी की क्षति हो सकती है.