Liver disease : लीवर शरीर का ऐसा अंग होता है जोकि पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने और एक खास किस्म के प्रोटीन के उत्पादन में मदद करता है। अगर लीवर सही ढंग से काम न करे तो शरीर में कई दिक्कतें आने लगती हैं। ये शरीर में सूजन आदि का कारण बन सकता है। लीवर की बीमारी का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है जिनकी दिनचर्या अनियमित, गलत खानपान, शराब और सिगरेट का अधिक सेवन करते हैं। समस्या गंभीर होने पर लीवर सिरोसिस नामक बीमारी का खतरा होता है जिसे फाइब्रोसिस के रूप में जाना जाता है। ये लीवर से संबंधित विभिन्न समस्याओं जैसे हेपेटाइटिस या ज्यादा शराब पीने के कारण होता है। ऐसी स्थिति में ऊतक यानी टिशूज घायल हो जाते हैं जिससे इनमें सूजन आने लगती है। अगर आपका शरीर कुछ खास संकेत देता है तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज न करें। ये लीवर की बीमारी के कारण हो सकते हैं। नजरअंदाज करने पर समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है इसलिए इन पर ध्यान देकर चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
Liver disease के कारण शरीर नहीं बनाता प्रोटीन
स्वस्थ लीवर विटामिन-के की मदद से एक प्रोटीन तैयार करता है जो रक्त के थक्के जमने के लिए आवश्यक होते हैं। ये क्षतिग्रस्त रक्त कोशिकाओं को भरने में मदद करता है। अगर लीवर डैमेज हो जाए तो पर्याप्त प्रोटीन नहीं बनाता जिससे चोट लगने में घाव जल्दी भर नहीं पाता।
पैरों और बाहों में सूजन
लीवर खराब होने पर शरीर में एल्ब्यूमिन नामक प्रोटीन के उत्पादन में कमी आ जाती है। इसके चलते पैरों और बाहों में सूजन आ जाती है। कम प्रोटीन होने से तरल पदार्थ रक्त वाहिकाओं में जमा होने लगते हैं।
वजन कम होना
बिना डाइटिंग और व्यायाम के बावजूद अचानक वजन कम होने लगे तो यह भी लीवर की बीमारी का संकेत हो सकता है। यह अक्सर लीवर सिरोसिस का प्रारंभिक संकेत होता है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
पेट में दर्द और भूख न लगना
लीवर की बीमारी में पेट में तरल पदार्थ जमा होने से गड़बड़ी हो सकती है। इससे पेट टाइट और सूजा हुआ दिखता है। लीवर की खराबी के कारण पेट की परत और अंगों के बीच की जगह में तरल पदार्थ भरने लगता है जिससे भूख न लगने की समस्या हो सकती है।
त्वचा और आंखें पीली होना
अगर त्वचा और आंखें पीली दिखने लगें तो ये लीवर की बीमारी का संकेत हो सकते हैं। पित्त वर्णक बिलीरुबिन के बढ़ने पर त्वचा ऐसा रंग लेती है। इससे पीलिया हो जाता है। जब लीवर शरीर में पित्त की मात्रा को नियंत्रित नहीं कर पाता, तब ऐसी दिक्कतें आती हैं।