इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
जब कोई महिला गर्भवती होती है तो ये खुशी सिर्फ उसकी नहीं होती, बल्कि पूरे परिवार की होती है। परिवार का हर सदस्य चाहता है कि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। इस दौरान महिला के खानपान का खास खयाल रखा जाता है, साथ ही हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए उसे कुछ काम करने और कुछ न करने की हिदायत दी जाती है। इसलिए तमाम बातों को लेकर महिला के मन में संशय की स्थिति बन जाती है। यहां जानिए कुछ ऐसी बातों के बारे में जिनका सच जानना हर महिला के लिए जरूरी है।
कहा जाता है कि प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला केसर और नारियल का सेवन करे तो बच्चा गोरा पैदा होता है। लेकिन वास्तव में संतुलित मात्रा में केसर लेने से ब्लड प्रेशर और घबराहट की समस्या नियंत्रित होती है और नारियल पानी या नारियल के सेवन से कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं। लेकिन इनका बच्चे के रंग से कोई कनेक्शन नहीं है। बच्चे का रंग का मामला आनुवांशिकता से जुड़ा होता है। इसलिए बच्चे का रंग उसके माता पिता या परिवार के लोगों के रंग के हिसाब से होता है।
आपने लोगों को ये भी कहते सुना होगा कि प्रेगनेंसी में महिला को दो लोगों की डाइट लेनी चाहिए। दरअसल प्रेगनेंसी के दौरान भ्रूण के विकास महिला के आहार से होता है। ऐसे में महिला को डाइट में वो सारी चीजें खानी चाहिए, जो उसके शरीर को पोषण देने वाली हों और बच्चे के विकास के लिए जरूरी हों। वास्तव में प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को केवल 200-300 ज्यादा कैलोरी की जरूरत होती है। इसका दो लोगों की डाइट से कोई संबन्ध नहीं है। इसलिए जो भी खाएं मन से खाएं और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाएं ताकि भ्रूण तक सभी न्यूट्रिएंट्स पहुंचते रहें।
कुछ लोग तो प्रेगनेंसी को लेकर इतने ज्यादा सेंसिटिव होते हैं कि इस दौरान किसी भी तरह का वर्कआउट करने से घबराते हैं। लेकिन वास्तव में आप गर्भावस्था के दौरान जितना ज्यादा एक्टिव रहेंगी, आपकी डिलीवरी उतनी ही अच्छी तरह होगी और बच्चा स्वस्थ रहेगा। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर द्वारा निर्देशित एक्सरसाइज और योग कीजिए। कुछ देर वॉक कीजिए।
कहा जाता है कि प्रेगनेंसी के दौरान संबन्ध नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को नुकसान होता है। लेकिन वास्तव में संबन्ध बनाने के लिए मना इसलिए किया जाता है क्योंकि इससे इन्फेक्शन का खतरा होता है और इस दौरान खुद को खासतौर पर किसी भी तरह के संक्रमण से दूर रखना चाहिए। लेकिन इसका बच्चे की सुरक्षा से कोई संबन्ध नहीं है, क्योंकि भ्रूण के आसपास एमनियोटिक सेक होता है जो उसे सुरक्षित रखता है। ऐसे में अगर आप संबंध बनाती भी हैं तो उसका गर्भाशय पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन फिर भी इस विषय में एक बार विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है।