India News (इंडिया न्यूज),Why Nature Is Important In Depression: प्रकृति और हरियाली का हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है, खासकर जब बात डिप्रेशन के नेचुरल इलाज की हो। यहाँ कुछ तरीकों पर नज़र डालते हैं जिनसे हरियाली और प्रकृति डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकती है:
प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना:
पेड़-पौधों और हरियाली के बीच समय बिताने से हमारा मूड बेहतर होता है। प्राकृतिक सौंदर्य को देखने से मन को शांति और सुकून मिलता है।
शारीरिक गतिविधि:
बागवानी, वॉकिंग, या अन्य आउटडोर गतिविधियों में शामिल होना डिप्रेशन के लक्षणों को कम कर सकता है। शारीरिक गतिविधि से एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होते हैं जो मूड को बेहतर बनाते हैं।
सूरज की रोशनी:
सूरज की रोशनी में समय बिताने से हमारे शरीर में विटामिन डी की मात्रा बढ़ती है, जो मूड सुधारने में मदद करता है। इससे सर्कैडियन रिदम (Circadian Rhythm) भी बेहतर होता है, जिससे नींद में सुधार होता है।
ताजी हवा:
खुली हवा में सांस लेने से हमारा मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है। ताजी हवा और ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा हमारे मस्तिष्क को सक्रिय और फ्रेश महसूस कराती है।
मानसिक शांति:
प्राकृतिक वातावरण में समय बिताने से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है और स्ट्रेस के स्तर में कमी आती है। योग और ध्यान (Meditation) को हरियाली के बीच करने से इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं।
सामाजिक संपर्क:
पार्क या गार्डन में घूमने से हमें दूसरों से मिलने और बातचीत करने का मौका मिलता है, जो सामाजिक समर्थन और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है।
हरियाली और प्रकृति के इन लाभों को अपनाकर डिप्रेशन से लड़ने में काफी मदद मिल सकती है। नियमित रूप से प्रकृति के संपर्क में रहकर आप अपने मानसिक स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव देख सकते हैं।