इंडिया न्यूज़ (दिल्ली):करोना महामारी के बाद भारतीय में सोने की प्रवृति घटी है,यह बात एक राष्ट्रीय सर्वे में सामने आई है,लोकल सर्कल नाम की एक संस्था ने यह सर्वे करवाया है,इस सर्वे में देश भर के 322 जिलों के 32000 लोगो ने हिस्सा लिया,इसमें 61 प्रतिशत पुरुष और 39 प्रतिशत महिलाओं ने अपनी राय दी,इसमें महानगरों के 49 प्रतिशत लोग,छोटे शहरो के 30 प्रतिशत लोग और 21 प्रतिशत कस्बो और गावों के लोगो ने हिस्सा लिया.

सवाल पूछा गया है आमतौर पर आप कितने घंटे रात में निर्बाध रूप से सोते है? इसका जवाब 20,549 लोगो ने दिया इसमें सिर्फ 6 प्रतिशत लोगो ने कहा की वह निर्बाध रूप से 8 से 10 घंटे सोते है,38 प्रतिशत लोगो ने कहा की वह 6 से 8 घंटे सोते है,27 प्रतिशत ने कहा की वह 4 से 6 घंटे सोते है वही 23 प्रतिशत ने कहा की वह 4 घंटे से भी काम सोते है,6 प्रतिशत लोगो ने कहा की वह कितने घंटे सोते है उन्हें नहीं मालूम.

दो में से एक भारीतय 6 घंटे से भी कम निर्बाध रूप से सो रहा है वही चार में एक भारतीय चार घाटे से भी कम निर्बाध रूप से सो रहा है.11,541 लोगो ने माना की कोरोना के बाद उनके सोने के तरीके में बदलाव आया है,जिन लोगो को कोरोना नहीं हुआ उनको भी नींद कम आने की समस्या हुए है,विशेषज्ञों की माने तो एक वयस्क को कम से कम सात घंटे की नींद लेनी चाहिए.