India News (इंडिया न्यूज़), Delhi AIIMS Gets 2000 Corneas: दिल्ली एम्स के डॉ. राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थैल्मिक साइंसेज (आरपी सेंटर) के राष्ट्रीय नेत्र बैंक ने कॉर्नियल अंधेपन से लड़ने के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नेत्रदान पर जोर दिया। अगस्त के आखिरी हफ्ते से 2 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान में इस साल 2000 कॉर्निया दान किए गए, जिससे 1703 लोगों को दृष्टि वापस मिली।
58 वर्षों का योगदान: 23,000 से अधिक का इलाज
पिछले 58 वर्षों में, राष्ट्रीय नेत्र बैंक (एनईबी) ने 32,000 से अधिक कॉर्निया इकट्ठा किए हैं और 23,000 से अधिक कॉर्नियल अंधे रोगियों का सफल इलाज किया है, जिससे नेत्र बैंकिंग के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हुआ है।
कोविड के प्रभाव के बाद नए सिरे से जागरूकता
कोविड-19 महामारी ने नेत्रदान पर गहरा असर डाला, लेकिन एम्स ने 2023-24 में 1703 कॉर्नियल ट्रांसप्लांट कर, 85% की ट्रांसप्लांट दर हासिल की, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
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इमरजेंसी में त्वरित उपचार: जीरो वेटिंग लिस्ट
एम्स में इमरजेंसी मामलों में कॉर्निया ट्रांसप्लांट जीरो वेटिंग पर किया जाता है। इसके साथ ही, ‘एम्स-दिल्ली-अस्पताल कॉर्निया रिट्रीवल प्रोग्राम’ के तहत अधिक गुणवत्ता वाले टिश्यू इकट्ठा करने पर जोर दिया जा रहा है।
भविष्य की पहल
राष्ट्रीय नेत्र बैंक दिल्ली और एनसीआर के सरकारी अस्पतालों के साथ नेटवर्क स्थापित कर रहा है, ताकि दाता कॉर्निया के संग्रह को बढ़ाया जा सके और “सिंगल डोनर मल्टीप्ल रेसीपीएन्ट” जैसे कार्यक्रमों के जरिए डोनर टिश्यू का बेहतर उपयोग हो सके।
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