India News (इंडिया न्यूज़), Foods For High Uric Acid: शरीर में प्यूरीन के मेटाबोलिज्म के बाद बनने वाले अपशिष्ट उत्पाद को यूरिक एसिड कहते हैं। जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है या यह पर्याप्त मात्रा में शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है, तो ये बढ़े हुए यूरिक एसिड क्रिस्टल जोड़ों पर जमने लगते हैं। जिसके कारण गाउट जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि प्यूरीन या तो भोजन के ज़रिए शरीर में प्रवेश करते हैं या फिर शरीर खुद ही इनका निर्माण करता है। पूरी तरह से प्यूरीन मुक्त आहार लेना संभव नहीं है और प्यूरीन शरीर में अपने आप भी बनते हैं, तो सवाल उठता है कि क्या ऐसी स्थिति में गाउट से बचना संभव है?
बता दें कि इसका जवाब हां है! गाउट से बचना बिल्कुल संभव है। हालांकि, कुछ गंभीर मामलों में दवाओं की ज़रूरत ज़रूर पड़ती है, लेकिन सही पोषण वाला खाना इसमें बहुत अहम भूमिका निभाता है। तो यहां जानें कि कौन से खाद्य पदार्थ यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं।
अलसी के बीज
ओमेगा थ्री फैटी एसिड से भरपूर अलसी के बीज या फ्लैक्स सीड्स भी बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम कर देता हैं।
करी पत्ता
यह फोलेट का एक बेहतरीन स्रोत है। कुछ शोध साबित करते हैं कि फोलेट का सेवन करने से यूरिक एसिड की मात्रा कम होती है।
अमरूद
अमरूद, विटामिन सी का एक बेहतरीन स्रोत है, जो यूरिक एसिड को कम करने के लिए भी जाना जाता है। इसे डाइट में शामिल करके हाई यूरिक एसिड से बचा जा सकता है।
हल्दी
हल्दी भारतीय खाने में इस्तेमाल होने वाला एक लोकप्रिय मसाला है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हल्दी शरीर को बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर से लड़ने के लिए तैयार रखती है।
नींबू
विटामिन सी से भरपूर नींबू शरीर में जाने के बाद क्षारीय हो जाता है, जिससे शरीर में कैल्शियम कार्बोनेट बनने लगता है। यह कैल्शियम यूरिक एसिड से बंध जाता है और इसे पानी और अन्य यौगिकों में तोड़ देता है। इससे रक्त कम अम्लीय हो जाता है और शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा भी कम हो जाती है।
अदरक
एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर अदरक में जिंजरोल और शोगोल पाए जाते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट हैं जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए जाने जाते हैं।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।